Long line of patients in Korea District Hospital: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला अस्पताल में मरीजों की लंबी लाइन लग गई है. मौसम में बदलाव के कारण सर्दी जुकाम, बुखार और खांसी जैसी समस्याओं से प्रभावित मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 500 से ज्यादा मरीज जांच कराने पहुंच रहे हैं.
एसएनसीयू समेत बच्चों के वार्ड में भी जगह नहीं
भीड़ बढ़ने से 150 बिस्तरीय अस्पताल में 247 मरीज भर्ती हैं. जिला अस्पताल में इन दिनों मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चिकित्सकीय स्टाफ को सतर्क कर दिया गया है. बता दें कि ओपीडी में रोजाना मरीजों की बढ़ती संख्या से अस्पताल प्रशासन को अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था करनी पड़ रही है. अस्पताल में मेल, फीमेल, सर्जिकल वार्ड फुल हो चुके हैं. एसएनसीयू समेत बच्चों के वार्ड में भी जगह नहीं है.
150 बिस्तरीय अस्पताल में 247 मरीज भर्ती
डॉक्टरों ने मौसम के बदलते ही वायरल संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी की संभावना जताई है. जुखाम, बुखार और खांसी के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है, जो कि बदलते मौसम के साथ आमतौर पर होते हैं. डॉक्टरों के अनुसार, मौसम बदलने के साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ सकती है, जिससे वायरस और बैक्टीरिया के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है.
वायरल फीवर समेत टायफाइड के केस में बढ़ोतरी
डॉक्टर बताते हैं कि अस्पताल में रोजाना 80 से अधिक के बीच ऐसे मरीज आ रहे हैं जिन्हें वायरल संक्रमण या उल्टी दस्त संबंधित परेशानी है. जब भी मौसम में परिवर्तन होता है तो इस प्रकार के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो जाती है. बारिश के साथ ही अस्पतालों में वायरल फीवर के साथ टायफाइड व अन्य रोगों के मामले भी बढ़े हैं. बीमारियां बढ़ने से अधिकतर अस्पतालों में आईपीडी फुल हो गए है. जिला अस्पताल और सीएचसी में मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की कतार लग रही है. खासतौर पर मच्छरों से मलेरिया का खतरा भी बढ़ गया है इसलिए सावधानी जरूरी है.
डॉक्टर ने दी ये सलाह
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भास्कर दत्त मिश्र ने कहा कि मौसम को देखते हुए खानपान में सावधानी बरतना चाहिए. लगातार बारिश से तापमान भी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है. अस्पताल में बच्चे भी मौसमी बीमारी से ग्रसित होकर पहुंच रहे हैं. ऐसे में जरूरी है परिजन सावधानी बरतें.
वहीं आरएमओ डाॅ. अनित बखला ने कहा कि डेढ़ सौ बिस्तरीय जिला अस्पताल में 247 मरीज भर्ती हैं. अस्पताल के सभी वार्ड फुल हैं, ओपीडी संख्या रोजाना 500 से अधिक पहुंच रही है. मरीजों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसका प्रयास कर रहे हैं.
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