
Headmaster Dhaneshwari Karbhal and Kapil Narayan suspended: बेमेतरा जिले के दो प्रधान पाठक को निलंबित कर दिया गया है. दोनों प्रधान पाठक के खिलाफ बेमेतरा जिला शिक्षा अधिकारी ने कार्रवाई की है. जानकारी के मुताबिक, पीएम श्री शासकीय प्राथमिक शाला उघरा के प्रधान पाठक धनेश्वरी करभाल पर अनियमित का आरोप लगा था. वहीं प्राथमिक शाला टेमरी के प्रधान पाठक कपिल नारायण जानकारी दिए बिना अनुपस्थिति थे.
पीएम श्री शासकीय प्राथमिक शाला उघरा के हेडमास्टर निलंबित
पीएम श्री शासकीय प्राथमिक शाला उघरा के प्रधान पाठक धनेश्वरी करभाल के ऊपर वित्तीय अनियमितता का आरोप शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष की ओर से किया गया था. शिकायत के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कमल कपूर बंजारे की ओर से संकुल समन्वयक चैतराम सेन से जांच करवाई गई थी. बिल वाउचर का मिलन व जांच पर क्रय समिति का गठन नहीं किया गया है. खर्च की गई राशि का अनुमोदन भी साला प्रबंधन समिति की ओर से नहीं कराया गया है. स्टॉक पंजी और भंडारण सामग्री प्रताप और खर्च का शीश का उल्लेख नहीं किया गया है. प्रधान पाठक के इस अभिलेख पर हस्ताक्षर भी नहीं है और ना ही 31 मार्च की स्थिति में इसका भौतिक सत्यापन कराया गया है. इन खामियों को देखते हुए उन्हें तत्काल निलंबित कर दिया गया.
राज्यपाल के गोद लिए गांव में भी लापरवाही
नवागढ़ ब्लाक के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला टेमरी के प्रधान पाठक कपिल नारायण वर्मा के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. दरअसल, यह गांव छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका का का गोद लिया गांव है और यहां के विकास कार्यों सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा स्वयं राज्यपाल कर रहे हैं. इसी दौरान जिला शिक्षा अधिकारी निरीक्षण करने टेमरी स्कूल पहुंचे. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि 10 जुलाई से प्रधान पाठक बिना किसी जानकारी के अनुपस्थित थे. इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1965 के तीन के उप नियम (1),(2),(3) का उल्लंघन पाए जाने के बाद उन्हें भी निलंबित कर दिया है.
दोनों प्रधान पाठक से जवाब तलब
प्रधान पाठक धनेश्वरी करभाल को अनियमितता के लिए जवाब देने के लिए समय दिया गया था, लेकिन उनके द्वारा किसी भी प्रकार का जवाब या कार्यालय प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को नहीं भेजा गया. वहीं टेमरी के प्रधान पाठक कमल नारायण की ओर से कहा गया कि वह लंबे समय से लकवा ग्रस्त है और इलाज के लिए बाहर गए थे, लेकिन उनसे मेडिकल प्रमाण पत्र की मांग की गई तो वह प्रस्तुत नहीं कर पाए. इसके बाद दोनों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई.
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