Content Credit-Priya Sharma/NDTV
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
यहां धनकुबेर हैं 'कान्हा'... जन्माष्टमी पर बजाएंगे सोने की बांसुरी, 100 करोड़ के आभूषण करेंगे धारण
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कृष्णजन्मोत्सव पर सबसे अनूठा आयोजन होता है.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
ग्वालियर के गोपाल मंदिर में जन्माष्टमी पर 100 करोड़ के आभूषण से भगवान कृष्ण का श्रृंगार किया जाता है.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
इस दिन कान्हा सोने की बांसुरी भी बजाते हैं.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
इन आभूषणों में बेशकीमती रत्न हीरा, पन्ना, माणिक, नीलम, मोती और पुखराज जड़े हैं.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
हर साल कड़ी सुरक्षा के बीच बैंक लॉकर से आभूषण निकाला जाता है.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
इन गहनों में सात लड़ियों का हार, कंगन, बाजूबंद, मोतियों की माला और स्वर्ण मुकुट शामिल हैं.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
इनकी सुरक्षा के लिए 50 से ज्यादा CCTV से निगरानी और 200 जवान तैनात रहते हैं.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
सात लड़ियों के हार में 55 पन्ना, 30 से अधिक हीरे, 62 एंटीक मोती और मणिक जड़े हैं.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
भगवान का मुकुट 3-3 किलो के सोने से बने हुए हैं, जिसमें 50 हीरे, 25 माणिक, 20 पुखराज, 16 ग्राम पन्ना और नीलम जड़े हैं.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
वहीं भगवान कृष्ण की सोने की जो बांसुरी है उस पर 20 हीरे जड़े हैं.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
गोपाल मंदिर की स्थापना साल 1921 में ग्वालियर रियासत के तत्कालीन शासक माधो महाराज ने की थी.
Photo Credit- NDTV/ Dev Shrimali
उन्होंने भगवान की पूजा के लिए चांदी के बर्तन और रत्न जड़ित सोने के आभूषण बनवाए थे.
ये भी देखें
Krishna Janmashtami 2024: कब मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी? यहां जानिए सही तारीख, पूजा विधि से शुभ मुहूर्त तक
Click Here