EOW Raid In Raipur : छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से जुड़े आरोपियों की मुश्किलें हर दिन बढ़ती जा रही हैं. इस मुद्दे को लेकर रायपुर से बड़ा अपडेट सामने आया है. EOW ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबी कारोबारियों के यहां शनिवार सुबह से रेड की कार्रवाई की थी. टीम ने रायपुर, जगदलपुर, अम्बिकापुर, दंतेवाड़ा एवं सुकमा में, कुल 13 विभिन्न स्थानों पर EOW ने छापा मारा है.
अंबिकापुर में कपड़ा कारोबारी के घर से 19 लाख रुपये समेत कई अन्य संदेहियों के निवास स्थानों और अन्य जगहों से प्रकरण के संबंध में महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं. वहीं, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई बैंक एकाउंट और जमीनों में निवेश से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए गए.जब्त दस्तावेजों का विश्लेषण कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. प्रेस नोट जारी करके EOW ने यह जानकारी दी है.
पूर्व आबकारी मंत्री लखमा खा रहे जेल की हवा
पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा जेल में बंद हैं. लखमा की गिरफ्तारी ईडी ने 28 दिसंबर 2024 में की थी. हालांकि जब उनकी गिरफ्तारी की गई थी तब उनका एक बयान काफी चर्चा में था. उन्होंने कहा था कि घोटाला हुआ है या फिर नहीं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है. मैं तो अनपढ़ आदमी हूं, अधिकारी ने मुझे जहां साइन करने को कहते थे, मैं वहां कर देता था.
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दो हजार करोड़ रुपये का था ये चर्चित शराब घोटाला
राजनीतिक गलियारे से लेकर प्रशासनिक गलियारों तक चर्चित ये शराब घोटाला करीब 2 हजार करोड़ रुपये का किया गया था. अवैध रूप से शराब बेची गई थी. भूपेश सरकार के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2019-2022 के बीच यह घोटाला हुआ था. इस शराब घोटाले की वजह प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया था. राजस्व की बड़ी क्षति पहुंची थी. बड़ी बात ये है कि लाइसेंसी शराब दुकानों में डुप्लिकेट होलोग्राम लगाकर बड़ी मात्रा में अवैध शराब बेची गई थी.घोटाले में संलिप्त लोगों ने इस होलोग्राम को बनाने के लिए यूपी के नोएडा में होलोग्राफी का काम करने वाली प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को टेंडर दिया था.
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