
Chit Fund Fraud Case: दुर्ग जिले में चिटफंड कंपनी के जरिए कुल 18 लोगों को चूना लगाकर फरार हुए कंपनी के दो डायरेक्टर को पुलिस ने रविवार को भुवनेश्वर, उड़ीसा से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. साइबर टीम की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए कंपनी के दोनों डायरेक्टर साल 2017 से फरार चल रहे थे.
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आरोपियों पर है 18 निवेशकों से 25 लाख से ज्यादा की ठगी करने का आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक मोहन नगर पुलिस और साइबर टीम की संयुक्त कार्रवाई में चिटफंड कंपनी “संचय इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड” के दो फरार डायरेक्टरों को भुवनेश्वर, उड़ीसा से गिरफ्तार करने में सफलता पाई. दोनों आरोपी 2017 से फरार थे और लगातार गिरफ्तारी से बचते आ रहे थे. आरोपियों पर 18 निवेशकों से 25 लाख से ज्यादा की ठगी करने का आरोप है.
आरोपियों को पकड़ने के लिए दुर्ग IG के निर्देश पर गठित हुई थी विशेष टीम
पीड़ितों के मुताबिक अधिक ब्याज का लालच देकर संचय इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड नाम चिट फंड कंपनी ने कुल 18 लोगों से 25 लाख रुपए उड़ाकर फरार हो गए थे. आरोपियों को पकड़ने के लिए दुर्ग आईजी के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई थी, जिसने उड़ीसा में तीन दिनों तक गोपनीय निगरानी कर फरार दोनों आरोपियों दबोच लिया.
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पहले ही घोटाले से जुड़े दो डायरेक्टर को गिरफ्तार कर चुकी है छत्तीसगढ़ पुलिस
भुवनेश्वर से गिरफ्तार चिट फंड कंपनी में डायरेक्टर पद रहे दोनों आरोपी की पहचान क्रमशः 50 वर्षीय देवकांत महापात्रा निवासी भुवनेश्वर और 49 वर्षीय जुगलचरण दास खुर्दा निवासी के रूप में हुई है. इस घोटाले में पहले ही दो अन्य डायरेक्टर प्रवीण मोहंती और अरविंद मिश्रा को गिरफ्तार किए जा चुके हैं.