Chhattisgarh News in hindi : छत्तीसगढ़ के बलोदा बाजार जिले के ग्रामीण इलाकों में एक बार फिर डायरिया का प्रकोप देखने को मिल रहा है. पलारी विकासखंड के सिसदेवरी, बलौदा बाजार के डमरु, भाटापारा के कुकदा और सिमगा विकासखंड के रानीजरौद व पुलिपेटा गाँवों में बड़ी संख्या में ग्रामीण डायरिया से पीड़ित हो गए हैं. अकेले ग्राम सिसदेवरी में 37 मरीजों के अस्पताल पहुंचने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉक्टर अभिजीत बनर्जी को पलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा. डॉक्टर बनर्जी ने वहां पहुंचकर मरीजों के उपचार में लगे ड्यूटी डॉक्टरों की बैठक ली और इलाज से संबंधित निर्देश दिए. उन्होंने भर्ती मरीजों से मिलकर उनकी स्थिति की जानकारी ली और डायरिया से संबंधित समस्या पर विस्तृत जानकारी दी.
प्रदूषित पानी बना बीमारी का कारण
लगातार हो रही बारिश के कारण गांवों में पानी भर गया है, जिससे दलदल और गंदगी बढ़ गई है. पेयजल सप्लाई के लिए लगाई गई पाइपलाइनों के प्रदूषित होने के कारण ग्रामीण डायरिया से पीड़ित हो रहे हैं. ग्राम सिसदेवरी में पिछले दो दिनों में प्रदूषित पानी के प्रभाव से 37 लोग डायरिया का शिकार हो गए हैं. कुछ ग्रामीणों को घर में रहकर ही उपचार किया जा रहा है.
अन्य गांवों में भी ऐसा ही हाल
बलौदा बाजार के ग्राम डमरु में 10, भाटापारा के ग्राम कुकदा में 12, सिमगा के ग्राम रानीजरौद में 6 और पुलिपेटा में 5 मरीज डायरिया से प्रभावित हैं. लगातार मरीजों के अस्पताल पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव सिसदेवरी पहुंची और गांव के हर घर में जाकर जायजा लिया.
अलर्ट मोड़ पर स्वास्थ्य विभाग
जिले के जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉक्टर अभिजीत बनर्जी, पलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉक्टर बीएस ध्रुव, बीपीएम राजेश डहरिया, और जिला महामारी विशेषज्ञ श्वेता शर्मा के नेतृत्व में टीम ने गांव का निरीक्षण किया. जांच में पाया गया कि बोर में नाली का गंदा पानी सीधे जा रहा है.
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साफ़-सफाई के दिए निर्देश
अधिकारियों ने सरपंच और सचिव को तुरंत सफाई करने, गंदे पानी की सप्लाई बंद करने और जल स्त्रोतों के पास सफाई बरतने के निर्देश दिए. NDTV की टीम ने ग्राम सिसदेवरी पहुंचकर स्थानीय लोगों से बातचीत की और स्वास्थ्य विभाग के निरीक्षण दल के सदस्य डॉक्टर बीएस ध्रुव से स्थिति की जानकारी ली. ग्रामीणों ने पानी की समस्या के बारे में विस्तार से बताया.
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