
मरवाही वन मंडल के खोडरी वन परिक्षेत्र में वन विभाग की लापरवाही के चलते तेंदुए के शावक की मौत का मामला सामने आया है. शावक के मौत के बाद से वन विभाग मामले की लीपापोती में लगा हुआ है. जानकारी के मुताबिक तेंदुए का शावक अपनी मां से बिछड़ कर जंगल के पास स्थित गांव में मिला था. उस वक्त शावक जीवित था, जिसके बाद ग्रामीणों ने शावक को खोडरी वन परिक्षेत्र के अधिकारियों को सौंप दिया था. लेकिन उसकी मौत हो गई.
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नियमानुसार शावक को रेस्क्यू सेंटर भेजना था
वन विभाग के नियमानुसार तेंदुए का शावक को वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर भेजना था. जहां उसका उचित रखरखाव हो सकता था. लेकिन वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते अधिकारियों ने शावक को अपने पास ही रखा. जिसके बाद शावक की गुरुवार सुबह मौत हो गई. फिलहाल तेंदुए के शावक का खोडरी वन परिक्षेत्र क्षेत्र के प्रांगण में वन अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया है. वन विभाग के अनुसार शावक कुपोषित और कमजोर अवस्था में था, जिसके कारण उसकी मौत हुई है. फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा.
शावक के पेट में मिला फटा दूध
पोस्टमार्टम करने वाली पशु चिकित्सा का मानना है कि तेंदुए के शावक के पेट में फटा हुआ दूध मिला है. उन्होंने आशंका जताई कि दूध पिलाने के तरीके और दूध की गुणवत्ता के कारण शावक की मौत हो सकती है. फिलहाल वन विभाग पूरे मामले पर खुलकर कोई बयान नहीं दे रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा.
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