
छत्तीसगढ़ NDTV कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अलग अंदाज देखने को मिला. हुआ यूं कि एंकर संकेत उपाध्याय ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या वे अब भी 'गेड़ी' पर चल सकते हैं और मुझे इस पर चलना सीखा सकते हैं? इस पर मुख्यमंत्री न सिर्फ तुरंत इस पर चलने के लिए राजी हो गए बल्कि संकेत उपाध्याय को इस पर चलना भी सीखाया.
मंच से नीचे उतर कर जब मुख्यमंत्री 'गेड़ी' पर चलने की तैयारी कर रहे थे तब उन्होंने बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि गेड़ी हमें जीवन में संतुलन की सीख देता है. जैसे गेड़ी में बांसों पर संतुलन नहीं रहेगा तो आपके गिरने का खतरा है वैसे ही जीवन में संतुलन नहीं रहा तो परेशानी आ सकती है. इसके बाद उन्होंने बड़ी दी दक्षता के साथ गेड़ी करके दिखाया. इस दौरान उन्होंने बताया कि लोग गेड़ी पर डांस भी करते हैं और कई करतब भी दिखाते हैं.
क्या है 'गेड़ी' ?
दरअसल 'गेड़ी' छत्तीसगढ़ का एक लोक नृत्य है. इसमें नृत्य करने वाले कलाकार अथवा लोग बांस की लकड़ियों को अपने पैरों से बांधकर उनपर खड़े हो जाते हैं और इसके साथ शारीरिक संतुलन बनाये रखते हुये चलते हैं. इसका इस्तेमाल ज्यादातर बस्तर इलाके के मारिया गौड़ आदिवासी करते हैं. वे इस पर नृत्य भी करते हैं. खास बात ये है कि गेड़ी पर डांस करने वालों की कमर में कौड़ी से जड़ी पेटी बंधी होती है. इसके बाद वे पारंपरिक लोकवाद्यों के साथ बेहद मनमोहक नृत्य होता है. खासबात ये भी है कि इस बार इसे छत्तीसगढ़ ओलंपिक में भी शामिल किया गया है.
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