Chhattisgarh winter session: छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर से शुरू होगा. इस बार विधानसभा का सत्र नए विधानसभा भवन में होगा. यह सत्र 14 दिसंबर से 17 दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसमें मात्र चार बैठकें होंगी. पहले ही दिन सदन में विज़न 2047 पर चर्चा होगी, जिस पर कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए कार्यवाही के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन में 4 दिवसीय शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है. ये सत्र पूरी तरह से पेपरलेस होगा. रजत जयंती विधानसभा को डिजिटल दिशा में आगे बढ़ाने की तैयारी पूरी कर ली गई है, सत्र के लिए कुल 628 प्रश्न लगाए गए हैं. पहले दिन के सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा. इस दिन विज़न 2047 पर चर्चा होगी.
प्रधानमंत्री की भावनाओं के अनुरूप बनाया गया है विज़न 2047
पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा तेजी से पूर्ण रूप से पेपरलेस होने की ओर बढ़ रहा है. जन-जन तक लोकतंत्र को पहुंचाने के लिए स्कूलों और जनप्रतिनिधियों को आमंत्रण दिया गया है. उन्होंने याद दिलाया कि एक नवंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए विधानसभा भवन का लोकार्पण किया था, जिसे उन्होंने लोकतंत्र की पारदर्शिता का प्रतीक बताया था. विज़न 2047 को प्रधानमंत्री की भावनाओं के अनुरूप नागरिक देवो भवः की भावना के साथ आगे बढ़ाने की बात कही गई.
कांग्रेस ने विज़न 2047 को किया खारिज
इधर, सत्र शुरू होने से पहले ही सियासत गरमा गई है. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के पहले दिन विपक्ष विज़न 2047 पर होने वाली चर्चा का बहिष्कार करेगा. डॉ. महंत ने कहा कि विज़न 2047 में छत्तीसगढ़ के लिए कुछ भी ठोस नहीं है. यह विज़न किराए के सपनों का दस्तावेज है, जिसमें न छत्तीसगढ़ की माटी की खुशबू है और न ही बासी की महक है.
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बहरहाल, पहले दिन सत्र का बहिष्कार कर विपक्ष ने विज़न 2047 पर अपनी राय साफ कर दी है. अब देखना ये होगा कि अगले 3 दिन विपक्ष सत्ता पक्ष को कैसे घेरता है.