इन दिनों शहर से लेकर गांव तक जगह-जगह बैठे आवारा मवेशियों से सभी परेशान हैं. खासकर इन मवेशियों से सबसे ज्यादा परेशान किसान हैं, क्योंकि आए दिन आवारा पशु खेत में फसलों को चर जा रहे हैं, जिससे किसानों को लाखों का नुकसान हो रहा है. इस परेशानी से गुस्साए किसानों ने बुधवार की सुबह कलेक्ट्रेट गेट पर मवेशियों के साथ धावा बोल दिया और जानवरों को कैंपस में छोड़ने की बात पर अड़े रहे.
कई बार कलेक्टर से लगाई गुहार
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नं. 21 के किसान आवारा मवेशियों से काफी परेशान हैं. दरअसल उनकी फसल अब तैयार हो गई है. धान में बालियां निकलने लगी हैं. लेकिन इधर-उधर घूम रहे आवारा जानवर उनकी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
हालांकि इस बात को लेकर किसान नगर पालिका परिषद के कलेक्टर से कई बार गुहार लगा चुके हैं कि इन्हें व्यवस्थित किया जाए लेकिन कलेक्टर की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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सभी मवेशियों को कांजी हाउस भेजा गया
आवारा मवेशियों से परेशान किसानों ने इधर-उधर घूम रहे जानवरों को एक जगह इकट्ठा किया और उसे ट्रैक्टर में भरकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए. इस दौरान किसानों ने कलेक्टर कैंपस के अंदर मवेशियों को छोड़ने की बात कही.
हालांकि जैसे ही इसकी जानकारी जिला प्रशासन को लगी वैसे ही आनन-फानन में सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों के साथ समझाइश में जुट गए. किसान इन अधिकारियों की बात मानने को तैयार नहीं हुए और आखिरकार जिला प्रशासन ने सभी मवेशियों को कांजी हाउस में रखने की बात कही. कांजी हाउस में मवेशियों को रखने की बात पर किसान शांत हुए. फिलहाल सभी मवेशियों की व्यवस्था कांजी हाउस में की गई है.
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