![बलौदा बाजार में महानदी का सीना छलनी कर रहे रेत माफिया... जिला प्रशासन और खनिज विभाग का मिल रहा संरक्षण बलौदा बाजार में महानदी का सीना छलनी कर रहे रेत माफिया... जिला प्रशासन और खनिज विभाग का मिल रहा संरक्षण](https://c.ndtvimg.com/2024-05/7td1qf1_baloda-bazaar-illegal-excavation-of-sand-in-mahanadi_625x300_17_May_24.jpeg?im=FaceCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Illegal Sand Excavation in Chhattisgarh: आदर्श आचार संहिता (Code Of Conduct) के बीच खनन माफिया एक बार फिर प्रशासनिक अधिकारियों से साठ गांठ करके महानदी से अवैध रेत उत्खनन करने के लिए सक्रिय हो गए हैं. दरअसल, बलौदा बाजार से होकर गुजरने वाली छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी महानदी (Mahanadi, Lifeline of Chhattisgarh) का सीना छलनी करने का कारोबार जिला खनिज विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों के संरक्षण में फल फूल रहा है.
हर दिन 150 से अधिक हाईवा और ट्रक से निकाला जा रहा अवैध रेत
वहीं लोगों के द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद भी खनिज विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है, जबकि बोदा रेत घाट से 3 माउंटेन मशीन और 2 एक्सवेटर से हर दिन 150 से अधिक हाईवा और ट्रक में अवैध रेत निकाला जा रहा है.
महानदी में लगातार हो रहे अवैध रेत उत्खनन से न सिर्फ नदी के सिस्टम को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि पर्यावरण और शासन के खाते में आने वाले राजस्व का भी नुकसान हो रहा है. बता दें कि खनन रोकने की मांग करते हुए सरपंच फिरत नेताम ने अब कलेक्टर को आवेदन दिया है.
रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग
छत्तीसगढ़ शासन में राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा के गृह जिले में जिस तरह से अवैध तरीके से रेत घाट संचालित कर राजस्व की चोरी प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में हो रही है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह पूरे प्रदेश में इसी तरह अन्य घाटों से भी रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है. हालांकि एक बार फिर बोदा मोहान के सरपंच फिरत नेताम ने पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर केएल चौहान से की है.
जिला खनिज अधिकारी केके बंजारे ने कहा कि यह खनन कलेक्टर के निर्देश पर हो रही है और अब उन्हीं के आदेश के बाद कार्रवाई की जाएगी.
NDTV के सवालों का कलेक्टर ने नहीं दिया जबाव
वहीं जब एनडीटीवी की टीम कलेक्ट्रेट पहुंचा तो कलेक्टर केएल चौहान ने खनिज अधिकारी कुंदन कुमार बंजारे से बात की. साथ ही मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. हालांकि जब एनडीटीवी की टीम महानदी से लगातार हो रहे अवैध रेत उत्खनन के बारे में कलेक्टर से सवाल किया तो उन्होंने जबाव देने से साफ इंकार कर दिया, जिससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से आचार संहिता के बीच खनन माफिया को महानदी का सीना छलनी करने में प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग मिल रहा है.
अवैध कार्रवाई से राजस्व विभाग को हो रहा करोड़ों का नुकसान
बोदा मोहान के सरपंच ने कहा कि अगर मोहान के आश्रित ग्राम बोदा में जब रेत घाट चलाए जाने की अनुमति कलेक्टर ने दी है तो उनके गांव के लोगों को भी घाट चलाने की अनुमति कलेक्टर दें. या फिर बोदा में चल रहे अवैध खनन कारोबार को तत्काल प्रभाव से रोक लगाकर राजस्व के हो रहे नुकसान की भरपाई कराने के साथ-साथ अवैध कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
मोहान घाट में भी हो रहा था अवैध खनन
साल 2023 में मोहान घाट से भी अवैध तरीके से रेत का उत्खनन होता रहा. दरअसल, मोहान रेत खदान से 2 जून, 2023 को खनन के लिए अनुमति मिली थी, लेकिन इसके बाद भी खनिज विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में ये उत्खनन 22 जून, 2023 तक संचालित होता रहा. बता दें कि साल 2023 में माफिया और खनिज विभाग के अधिकारी के सांठ-गाठ के चलते शासन को बड़ी राजस्व क्षति पहुंची थीं. वहीं अब इसी मोहान घाट से लगे बोदा घाट से अवैध रूप से रेत का उत्खनन किया जा रहा है.