
Chhattisgarh Congress : छत्तीसगढ़ में रेत को लेकर हुए गोलीकांड, चाकूबाजी ,मारपीट के बाद प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने राजनांदगांव , धमतरी के बाद आज महासमुंद जिले के बरबसपुर रेत घाट पर भण्डारित अवैध रेत का दल बल सहित निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने वर्तमान सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. दीपक बैज ने कहा कि पूरे प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन चल रहा है. रेत माफिया हावी है. यह किसके संरक्षण में है.
बैज ने कहा, "बरबसपुर मे 50 से अधिक एकड़ में अवैध रेत भंडारण किया है, पर प्रशासन सोया हुआ है. हमें लग रहा है कि हम लोग छत्तीसगढ़ में नहीं हैं. हम लोग राजस्थान में हैं. यहां पूरा रेत का पहाड़ बना हुआ है. सरकार है कि जंगल राज है. इसमें सरकार के साथ प्रशासन भी मिला हुआ है".
'रेत माफियाओं ने 62 हजार टन घन मीटर रेत का भण्डारण कर रखा'
मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले को लेकर कांग्रेस गंभीर है और आने वाले विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को सदन के पटल पर रखेगी. गौरतलब है कि बरबसपुर मे तीन लोगों को रेत भंडारण के लिए अनुज्ञा दी गयी थी, जो 08 हजार टन घन मीटर रेत भण्डारण कर सकते थे, पर रेत माफियाओं ने 62 हजार टन घन मीटर रेत का भण्डारण कर रखा है.
2 करोड़ 18 लाख रुपये का अर्थदंड
खनिज विभाग दो दिन पहले बरबसपुर में 43 निजी भूमि स्वामी एवं 14 शासकीय भूमि पर अवैध रुप से भंडारित रेत पर कार्रवाई करते हुए 2 करोड़ 18 लाख रुपये का अर्थदंड लगाया है और रेत भंडारण के लिए दिए अनुज्ञा को समाप्त कर दिया है. खनिज विभाग के सहायक खनिज अधिकारी का कहना है कि रेत को रेत माफिया उठा न सके इसलिए गस्त की जा रही है और आने वाले एक- दो दिन में अस्थायी चौकी बनाई जाएगी.
बहरहाल सवाल ये है कि इतने बड़े पैमाने पर रेत माफिया महानदी का सीना चीर कर हजारो टन घन मीटर रेत का अवैध भंडारण कर लेते हैं और खनिज अमले को पता तक नहीं चलता है. महासमुंद जिले में ये एक जगह के रेत भंडारण का हाल है, प्रशासन ने 17 जगहों पर रेत भंडारण की अनुमति दी है. वहां की क्या स्थिति होगी?
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