
भोपाल में मेट्रो अपने ट्रायल के लिए सितंबर में पटरी पर दौड़ेगी लेकिन 26 अगस्त को इसके मॉडल का उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कर दिया. ये मॉडल पटरी पर नहीं दौड़ेगा, लेकिन जनता इसे देखकर भोपाल मेट्रो का अनुभव ले सकती है. मेट्रो परियोजना के तहत भोपाल- इंदौर में ऑरेंज लाइन और ब्लू लाइन का निर्माण किया जा रहा है.

CM शिवराज सिंह चौहान ने किया मेट्रो मॉडल कोच का अनावरण
भोपाल- इंदौर मेट्रो परियोजना दिसंबर 2026 तक पूरी होगी. भोपाल मेट्रो की लंबाई 31 किमी है और इसकी लागत 7000 करोड़ है जबकि इंदौर मेट्रो लाइन की लंबाई भी 31 किमी और लागत है 7500 करोड़ है.
एक संकल्प पूरा हो रहा है,
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 26, 2023
एक सपना साकार हो रहा है।
आज स्मार्ट सिटी पार्क, भोपाल में मध्यप्रदेश मेट्रो मॉडल का अनावरण किया। मध्यप्रदेश वासियों को हृदय से शुभकामनाएं। pic.twitter.com/WtuOLDWJKU

मेट्रो परियोजना के तहत भोपाल- इंदौर में ऑरेंज लाइन और ब्लू लाइन का निर्माण किया जा रहा है
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यात्री क्षमता
परियोजना पूरी होने पर भोपाल-इंदौर शहर में हर दिन 7 लाख यात्री सफर कर सकेंगे.
भोपाल और इंदौर मेट्रो की खासियत
- ऑटोमैटिक डोर, स्टार्ट-स्टॉप और इमर्जेंसी हैंडलिंग
- साइबर अटैक और हैकिंग से सुरक्षित
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऑटोमैटिक ऑब्सटेकल और डिरेलमेंट डिटेक्शन
- कोच में 50 यात्रियों के बैठने और 300 के खड़े होने की क्षमता
- हर दो मिनिट में आने-जाने की फ्रीक्वेंसी
- ब्रैक के साथ ऊर्जा री-जनरेशन तकनीक से ऊर्जा की बचत
- कोच में होगी जर्म कंट्रोल और एयर-फिल्ट्रेशन की तकनीक, हमेशा स्वच्छ रहेगी वायु
- कोच में लगे CCTV होंगे AI तकनीक से संचालित
- ऑटोमैटिक ऑब्जेक्ट आइडेंटिफिकेशन (कैमरे करेंगे चेहरों की पहचान)
- ऑटोमैटिक और स्मार्ट प्रकाश नियंत्रण व्यवस्था
- हाइलेवल पैसेंजर सेफ्टी (HL3 Standard)
- दिव्यांगों के लिए विशेष व्हील चेयर्स और उनके अनुकूल बैठने का स्थान नियत
- कोच मैंटेनेंस की 15 साल की सेवा गारंटी

क्या बनाता है भोपाल-इंदौर मेट्रो को खास
- तार के जालों से मुक्त विद्युतीकरण प्रणाली 750 वॉल्ट डीसी थर्ड रेल
- 132 केवी विद्युत आपूर्ति भूमिगत केबल नेटवर्क मप्र में पहली बार
- बेहतर मानव सेफ्टी के लिए मोटर चालित शॉर्ट सर्किट डिवाइस
- आपातकालीन यात्री निकासी के लिए थर्ड रेल पावर का स्वचालित स्विच
- छत के ऊपर सौर पैनल
स्टेशन की खासियत
- ऊर्जा बचाने स्वचालित प्रकाश नियंत्रण के साथ स्मार्ट प्रकाश व्यवस्था
- यात्री सुरक्षा के लिए अग्निशमन प्रणाली
- प्लेटफार्म पर आपातकालीन पावर स्विच ऑफ सिस्टम
- ऊर्जा कुशल एयर कन्डिशनिंग
- ईवी चार्जिंग से युक्त स्टेशनों के साथ दोपहिया पार्किंग की व्यवस्था
- यात्रियों के लिए स्टेशन के सार्वजनिक क्षेत्र में मोबाइल चार्जिंग पॉइंट की सुविधा उपलब्ध होगी
- कम धुआं उत्पन्न करने वाले शून्य हेलोजन केबल
सिग्रलिंग और टेलीकॉम
- कुशल परिचालन क्षमताओं एवं समय की बचत हेतु उन्नत CBTC तकनीक एवं स्वचालित समय सारिणी विनियमन (एटीआर) प्रणाली
- सुरक्षित और कुशल संचालन के लिए परिचालन प्रौद्योगिकी (ओटी) साइबर सुरक्षा
- मेनलाइन संचालन के साथ बेहतर एकीकरण के लिए सीबीटीसी क्षमता वाले उन्नत डिपो संचालन
- सुचारू और सुरक्षित चालक रहित ट्रेन संचालन के लिए घुसपैठ का पता लगाने वाली प्रणाली (आईडीएमएस)
- यात्रियों को समय पर सूचना प्रदान करने वाला फाइबर ऑप्टिक ट्रांसमिशन सिस्टम
लिफ्ट और एस्केलेटर
- दिव्यांगों और दूसरे मुसाफिरों के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर
- लिफ्ट ग्राउंड लेवल से कॉनकोर्स लेवल तक और कॉनकोर्स लेवल से प्लेटफॉर्म लेवल तक
- लिफ्ट कार और लैंडिंग के अंदर ब्रेल बटन की सुविधा, दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए
- आपात स्थिति में सभी लिफ्टों में स्टेशन नियंत्रण कक्ष से जुड़ी लिफ्ट के अंदर ऑटो कॉल सुविधा, इंटरकॉम और अलार्म
- लिफ्ट फायर अलार्म सिस्टम के साथ एकीकृत
- स्टेशनों पर सभी लिफ्ट को सभी आवश्यक आपातकालीन निकासी साइनेज उपलब्ध
- प्रवेश और निकास द्वार से दोनों प्लेटफॉर्म पर पहुंचने के लिए एस्केलेटर
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