
Assembly Election 2023: बुधवार शाम को मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में ढाई महीने से जारी चुनाव प्रचार का शोर थम गया. तमाम दलों के नेताओं ने इस दौरान अपना पूरा जोर लगाया और अब बारी मतदाताओं की है. ऐसे में मतदान के पहले ये जान लेना जरूरी हो जाता है कि दोनों राज्यों की डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) क्या कहती है? किसकी कितनी आबादी है? किस राज्य में शहरी और ग्रामीण इलाके कितने हैं? सबसे पहले बात मध्यप्रदेश की. देश का दिल कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में शहरी आबादी (urban population) केवल 27.6 फीसदी है जबकि ग्रामीण आबादी (rural population) 72.4 फीसदी हैं. इस राज्य में अनुसूचित जनजाति वर्ग के मतदाताओं की संख्या 21 फीसदी से ज्यादा है. राज्य में 90.9 फीसदी से ज्यादा जनसंख्या हिंदू हैं जबकि सबसे कम संख्या 0.2 फीसदी सिक्ख समुदाय की है.


अब बात करते हैं धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ की. यहां मध्यप्रदेश के मुकाबले शहरी आबादी कम है और ग्रामीण आबादी ज्यादा है. प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर इस राज्य में 76.8 प्रतिशत जनता गावों में रहती है. यहां अनुसूचित जनजाति समुदाय की संख्या भी मध्यप्रदेश से ज्यादा यानी 30.6 फीसदी है. छत्तीसगढ़ में हिंदू आबादी की संख्या भी mp के मुकाबले ज्यादा यानी 93.3 फीसदी है. यहां सबसे कम आबादी जैन समुदाय की है. जो कुल जनसंख्या का महज 0.2 फीसदी हैं.


बहरहाल अब चुनाव प्रचार खत्म हो चुका है और 17 नवंबर को मतदान होना है लिहाजा चुनाव आयोग ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. अच्छा तो यही होगा कि हम समुदायों में बंटकर नहीं बल्कि अपने राज्य और देश के विकास लिए वोट करें और अच्छी सरकार चुनें और लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव में बढ़-चढ़ कर भाग लें.
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