
Madhya Pradesh Assembly Election 2023 : 'एमपी के मन में मोदी, मोदी के मन में एमपी' इन्हीं लाइनों के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस बार के विधान सभा चुनाव (MP Election 2023) में अपना पूरा चुनावी प्रचार (Election Campaign) केंद्रित किया है. इसके साथ ही बीजेपी के चुनाव अभियान से धीरे-धीरे मामा शिवराज ओझल होते दिखाई पड़ रहे हैं. बीजेपी के अंदरखाने के सूत्रों की मानें तो टिकट वितरण के दौरान ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने आलाकमान से दो टूक सवाल कर लिया था कि उन्हें हटाया जाना है तो अभी बता दिया जाए. इस दौरान उन्होंने जनता के बीच कई भावुक भाषण भी दिए जैसे "मैं चला जाऊंगा तो याद आऊंगा कि नहीं", "सही बताओ मैं सगा भाई लगता हूं या नहीं" वगैरह वगैरह. लेकिन ज्यों-ज्यों चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे बीजेपी का चुनाव प्रचार अभियान मोदी मय होता जा रहा है.

सभा और रोड शो में छाए रहे मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) मध्यप्रदेश में हुई सभी आमसभा में छाए रहे. ऐसा नहीं है कि उन्होंने सीएम शिवराज सिंह का नाम नहीं लिया या उनकी योजनाओं का जिक्र नहीं किया, लेकिन वे अपनी केंद्र की योजनाओं के बखान और कांग्रेस पर निशाना साधने के बीच शिवराज सिंह चौहान को उतनी जगह नहीं दी जितनी प्रदेश के मुख्यमंत्री को मिलनी चाहिए.

प्रचार से फोटो गायब
मतदान को अब कुछ दिन शेष बचे हैं. चुनाव प्रचार के लिए आज का दिन भर रह गया है. ऐसे में पीएम मोदी (PM Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) समेत बीजेपी के आला नेताओं के दौरे हो रहे हैं. सभी बड़े नेताओं के मंच से शिवराज सिंह की फोटो गायब कर दी गई है. 'एमपी के मन में मोदी' जैसे नारे दिखाई दे रहे हैं. इससे इतना तो तय है कि मध्यप्रदेश में बीजेपी का चुनाव प्रचार पीएम मोदी के चेहरे पर ही केंद्रित कर दिया गया है.
कांग्रेस में कमलनाथ ही सर्वेसर्वा
इधर कांग्रेस की बात की जाए तो यहां कहानी उलट दिख रही है. कांग्रेस के प्रचार अभियान (Congress Election Campaign) के पोस्टर्स में केवल और केवल कमलनाथ (Kamal Nath) ही नजर आते हैं. दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh), कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuria) और सुरेश पचौरी को तो छोड़िए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यहां तक कि प्रियंका (Priyanka Gandhi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) तक का फोटो नदारद है. सिर्फ कमलनाथ ही कमलनाथ छाए है.

गीतों में भी कमलनाथ
कांग्रेस के प्रत्याशियों के द्वारा जो प्रचार गीत व रथ बनाए गए हैं और जो होर्डिंग लगाए गए हैं, उसमें प्रत्याशी की फोटो के साथ सिर्फ कमलनाथ की फोटो ही लगाई जा रही है. जहां भारतीय जनता पार्टी केंद्र सरकार की उपलब्धियां पर चुनाव लड़ने की बात कर रही है वहीं कमलनाथ के 15 महीने के कार्यकाल को सामने रखकर कांग्रेस वोट मांग रही है.
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