Madhya Pradesh News : चुनावी साल (MP Election 2023) में 24 अगस्त को जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) जामसांवली हनुमान मंदिर (Jam Sawali Hanuman Mandir) में हनुमान लोक की आधारशिला रखने आये थे तब उन्होंने पांढुर्णा को जिला (New District Pandhurna) बनाने की घोषणा की थी. अब मध्यप्रदेश का 55 वां जिला पांढुर्णा हो गया है, आज नए जिले पांढुर्णा में कलेक्ट्रेट भवन का लोकार्पण भी हो गया. अब पांढुर्णा मध्यप्रदेश का पहला मराठी भाषी जिला बन गया है.
छिंदवाड़ा का परिदृश्य बदला
मध्यप्रदेश सरकार के इस फैसले से छिंदवाड़ा (Chhindwara) जिले का परिदृश्य, सामान्य ज्ञान और सियासी भूगोल तीनों बदल गया है. सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार नए पांढुर्णा जिले में पांढुर्णा और सौंसर तहसील के कुल 137 पटवारी हल्के शामिल किए गए हैं. इनमें पांढुर्णा के 74 और सौंसर तहसील के 63 पटवारी हल्के शामिल हैं. नए पांढुर्णा जिले का मुख्यालय “पांढुर्णा” होगा. जिले के गठन की प्रक्रिया पूरी हो गई है जिस के बाद आज यहां कलेक्टर और एसपी की पदस्थापना होगी. इस जिले में दो विधानसभा क्षेत्र सौंसर और पांढुर्णा होंगे. पांढुर्णा के जिला बनने से अब छिंदवाड़ा नहीं बल्कि पांढुर्णा मध्यप्रदेश का वह जिला होगा जो महाराष्ट्र बॉर्डर से लगा हुआ होगा.
लंबे समय से चल रही थी मांग
लंबे समय से छिंदवाड़ा के पांढुर्णा के लोगों की मांग थी कि इस जिला बनाया जाए. चुनावी साल में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मास्टर स्ट्रोक लगाते हुए पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा कर बड़ा सियासी दांव खेला है. बता दें कि पांढुर्णा विधानसभा सीट पर पिछले दो बार से लगातार कांग्रेस (Congress) ने जीत हासिल की है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को पांढुर्णा के जिला बनने क्या फायदा होगा. हालांकि पांढुर्णा को जिला बनाने पर पांढुरना के लोगों में अच्छा खासा उत्साह है.
सौसर के लोगों में है नाराजगी
पांढुर्णा को जिला बनाए जाने की घोषणा के बाद से ही सौसर तहसील के लोगों में नाराजगी थी, उन्होंने इसको लेकर आपत्ति भी जताई थी. पांढुर्णा के जिला बनने के बाद अब सौसर को जिला बनाओ अभियान समिति हाई कोर्ट (High Court) में जाने की तैयारी में है.
यह भी पढ़ें : CM शिवराज का सवाल ''मामा को फिर से मुख्यमंत्री बनना चाहिए कि नहीं?'', सुनिए जनता का जवाब?