![IPS त्रिलोक बंसल ने 5 बार क्लियर की है UPSC की परीक्षा, जानिए कोरिया SP के बारे में... IPS त्रिलोक बंसल ने 5 बार क्लियर की है UPSC की परीक्षा, जानिए कोरिया SP के बारे में...](https://c.ndtvimg.com/2023-10/as7h7c4_ips-trilok-bansal_625x300_11_October_23.jpg?downsize=773:435)
कहते हैं जब कोई लक्ष्य निर्धारित कर एकाग्रता के साथ पूरी लगन और मेहनत से कोई काम किया जाता है तो व्यक्ति उसमें जरूर सफल होता है और मनचाहा मुकाम हासिल होता है. आपको हम एक ऐसे ही व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल पर एक-दो बार नहीं बल्कि पांच बार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल की. आपको सुनकर थोड़ा आश्चर्य जरूर होगा लेकिन छत्तीसगढ़ के कोरिया में पदस्थ पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने इसे कर दिखाया है.
हम सब को पता है, यूपीएससी के एग्जाम को एक बार भी पास करना बहुत कठिन होता है, लेकिन IPS त्रिलोक बंसल ने इसे पांच बार क्लियर किया है. यह अपने आप में ही अतुलनीय बात है. आईपीएस त्रिलोक बंसल ने NDTV से बातचीत में अपने अब तक के सफर को साझा किया.
तीन बार क्लियर किया इंजीनियरिंग सर्विस का एग्जाम
आईपीएस त्रिलोक बंसल मूलतः महासमुंद से हैं. इनकी प्रारंभिक एवं हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा महासमुंद में ही संपन्न हुई. वर्ष 2006 में इन्होंने बीएचयू के आईआईटी सिविल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. जिसके बाद इन्होंने यूपीएससी एग्जाम दिया और 2006 में ही इनका चयन भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के लिए हुआ. सेलेक्शन के बाद उन्होंने मिलिट्री इंजीनियरिंग सेवा दिल्ली में वर्ष 2006 से 2008 तक अपनी सेवाएं दीं. साथ ही उन्होंने वर्ष 2007 के यूपीएससी एग्जाम में पुनः सफलता प्राप्त की और एमईएस के लिए चयनित हुए.
इसके बाद वर्ष 2008 में त्रिलोक बंसल ने एक बार फिर से यूपीएससी का एग्जाम दिया और फिर से सफलता प्राप्त की. इस बार उन्हें आईआरएसई (इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियरिंग) के लिए चयनित किया गया. यहां उन्होंने वर्ष 2008 से 2016 तक अपनी सेवाएं दीं.
![2015 बैच के IPS त्रिलोक बंसल की पहली पोस्टिंग जनवरी 2018 में दुर्ग जिले में हुई. 2015 बैच के IPS त्रिलोक बंसल की पहली पोस्टिंग जनवरी 2018 में दुर्ग जिले में हुई.](https://c.ndtvimg.com/2023-10/glmtvqjo_ips-trilok-bansal_625x300_11_October_23.jpg)
पढ़ाई में अव्वल रहने के साथ मध्य प्रदेश बोर्ड एग्जाम में कक्षा 12वीं में पीसीएम सब्जेक्ट में टॉपर बने.
दो बार निकाला सिविल सर्विस एग्जाम
IPS त्रिलोक बंसल इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियरिंग में काम करते हुए सिविल सर्विस की तैयारी भी कर रहे थे, जिसके बाद उन्होंने रेलवे की नौकरी के दौरान ही वर्ष 2014 की यूपीएससी सिविल सर्विसेज का एग्जाम क्रैक किया. उन्हें दिल्ली पुलिस में एसीपी (असिस्टेंट कमिश्नर आफ पुलिस) के रूप में पोस्टिंग मिली. इसके बाद एक बार फिर उन्होंने वर्ष 2015 का यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम दिया और एक बार फिर से उन्हें सफलता मिली. इस बार उनकी ऑल इंडिया रैंकिंग 97 थी और उन्हें आईपीएस के लिए चयनित किया गया.
दुर्ग, रायपुर और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में दे चुके हैं सेवाएं
सेलेक्शन के बाद IPS त्रिलोक बंसल ने एक साल की ट्रेनिंग की. इसके बाद उनकी पहली पोस्टिंग जनवरी 2018 में दुर्ग जिले में हुई. ट्रेनिंग के बाद उन्हें अक्टूबर 2018 में सीएसपी (नगर पुलिस अधीक्षक) दुर्ग की जिम्मेदारी दी गई. जहां उन्होंने मार्च 2019 तक अपनी सेवाएं दी. इसके बाद वे अप्रैल 2019 से नवंबर 2019 तक सीएसपी सिविल लाइन रायपुर के पद पर पदस्थ रहे. नवंबर 2019 में IPS त्रिलोक बंसल को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का एडीसी बनाया गया. इसके बाद जुलाई 2021 से जुलाई 2022 तक वे छत्तीसगढ़ के नए जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत रहे.
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पदस्थ रहने के दौरान IPS त्रिलोक बंसल ने दो-तीन अच्छे प्रकरण हल किए. इस दौरान उन्होंने जीपीएम जिले में गांजा पकड़ा, जिसमें एक ट्रक से 1500 किलो और दूसरे मामले में ट्रक से 2000 किलो से ज्यादा गांजा पकड़ा गया था.
बचपन से पढ़ाई में थे अव्वल
बचपन से ही आईपीएस त्रिलोक बंसल काफी प्रतिभाशाली छात्र रहे. पढ़ाई में अव्वल रहने के साथ मध्य प्रदेश बोर्ड एग्जाम में कक्षा 12वीं में पीसीएम सब्जेक्ट में टॉपर बने. 5 बार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले त्रिलोक बंसल वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं.
![पढ़ाई में अव्वल रहने के साथ मध्य प्रदेश बोर्ड एग्जाम में कक्षा 12वीं में पीसीएम सब्जेक्ट में टॉपर बने. पढ़ाई में अव्वल रहने के साथ मध्य प्रदेश बोर्ड एग्जाम में कक्षा 12वीं में पीसीएम सब्जेक्ट में टॉपर बने.](https://c.ndtvimg.com/2023-10/00i8kvsg_ips-trilok-bansal_625x300_11_October_23.jpg)
त्रिलोक बंसल का परिवार पूरी तरह से प्रशासनिक सेवा एवं उच्च सेवा से जुड़ा हुआ है.
बड़े के UPSC में सेलेक्शन के बाद मिली प्रेरणा
त्रिलोक बंसल का परिवार पूरी तरह से प्रशासनिक सेवा और उच्च सेवा से जुड़ा हुआ है. कॉलेज के समय से ही शासकीय सेवा में जाने की दृढ़ इच्छा रखने वाले आईपीएस त्रिलोक बंसल जब कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे, उसी समय वर्ष 2002 में उनके बड़े भाई श्रवण बंसल यूपीएससी एग्जाम क्वालीफाई कर आईआरएस (इंडियन रेवेन्यू सर्विस) के लिए चयनित हुए. जो कि इनके लिए प्रेरणादायक रहा. बड़े भाई श्रवण बंसल वर्तमान में एडिशनल कमिश्नर जीएसटी हैं. वहीं उनकी पत्नी प्रतिमा बंसल भी जीएसटी कमिश्नर हैं. उनकी छोटी बहन शीतल बंसल वर्तमान में बालोद जिले में डिप्टी कलेक्टर व बहनोई आयुष जैन बालोद में डीएफओ हैं.
जिले के एसपी और कलेक्टर दोनों बैचमेट
कोरिया में काम करने को लेकर IPS त्रिलोक बंसल ने कहा, "मैं और जिले के कलेक्टर बैचमेट रहे हैं. हम दोनों के बीच आपसी सामंजस्य बढ़िया है और पुलिस प्रशासन के सभी कार्य सही तरीके से हो रहे हैं. पुराने बहुत सारे प्रकरणों में अन्य विभाग से जानकारियां मिली हैं जिससे अच्छा रिजल्ट आ रहा है."
समर्थ अभियान के तहत लोगों को किया जा रहा जागरुक
IPS त्रिलोक बंसल ने कहा ने बताया कि कोरिया जिले में पुलिस प्रशासन के द्वारा समर्थ अभियान चलाया जा रहा है. हम लोगों को जागरुक रखने के लिए महिला अपराध, साइबर अपराध, ट्रैफिक नियम, नशा के विरुद्ध कार्रवाई और अवेयरनेस के साथ पुलिस को सहयोग करने के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कैसे पुलिस का सहयोग करके एक बेहतर समाज बनाने में हम अपना योगदान दे सकते हैं, इन विषयों में कार्यक्रम किए जा रहे हैं और इसका सकारात्मक परिणाम मिल रहा है.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम के मामलों में पैसा होल्ड करवाकर प्रार्थियों को पैसा वापस कराया जा रहा है. जमीन दस्तावेजों में छेड़छाड़ के मामलों में जिले में आपसी सामंजस्य के साथ कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आगे भी फर्जीवाड़े पर कार्रवाई की जाएगी.
छुट्टियों में परिवार के साथ घूमने जाते हैं
IPS त्रिलोक बंसल छुट्टियों में घूमने जाते हैं. उन्होंने कहा, "मुझे और मेरी धर्मपत्नी श्वेता बंसल को घूमने का बड़ा शौक है. हम प्रयास करते हैं कि छुट्टियों में अच्छी जगहों पर जाकर इंजॉय करें." इसके अलावा उन्हें बैडमिंटन, मूवी और मोटिवेशन किताबें पढ़ने का भी शौक है.
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