Gold on Asteroid: खुल जा सिम-सिम... और अंदर दाखिल होते ही सोने-चांदी (Gold- Silver) हीरे-जवाहरात से आंखें चौंधिया जाए... ऐसी कल्पनाओं के मसालों से कई ख्वाबों की रेसिपी इंसानी दिमाग में तैयार होती रहती है. लेकिन हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जहां सच में सोने-चांदी जैसे कीमती धातुओं का अकूत भंडार है. इसके बार में तो यहां तक कहा जाता है कि अगर इसे धरती के लोगों में बांट में दिया जाए तो, यहां सभी अरबपति हो सकते हैं.
यह खजाना धरती के किसी रहस्यमयी सुरंग के भीतर कैद नहीं है, बल्कि यह यहां से कई प्रकाशवर्ष दूर अंतरिक्ष में तैर रहा है. दरअसल, अंतरिक्ष में एक ऐसा एस्टेरॉयड (Golden Asteroid) है. ऐसा में सवाल उठता है कि क्या है इस एस्टेरॉयड का नाम है और आखिर इस पर ऐसा क्या है, जिसके मिलने के बाद बेशुमार धन हासिल हो सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने जब से 16वे एस्ट्रॉयड की खोज की है, तब से इस ‘कुबेर के खजाने' के प्रति लोगों की दिलचस्पी गहरी हो गई है. इस एस्टेरॉयड का नाम 16 साइकी है और यह मंगल और बृहस्पति के बीच की पट्टी में स्थित है. वैज्ञानिकों के अनुसार, 16 साइकी अब तक खोजे गए किसी भी अन्य क्षुद्रग्रह से काफी अलग है, क्योंकि 16 साइकी एक विशाल आकार वाला और धातु से भरा हुआ पिंड है. ये किसी प्रोटोप्लैनेट का खुला हुआ कोर है और यह पूरी तरह से निकल (Nickel) और लोहे से बना है. इस एस्ट्रॉयड के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाने के लिए नासा ने अक्टूबर 2023 में साइकी अंतरिक्ष यान लॉन्च किया, जिसका लक्ष्य अगस्त 2029 तय किया गया है.
किसने की थी इसकी खोज?
इटली के खगोलशास्त्री एनीबेल डी गैसपारिस (Annibale De Gasparis) ने 1852 में 16 साइकी की खोज की थी. उन्होंने इस क्षुद्रग्रह का नामकरण ग्रीक पौराणिक पात्र साइकी के नाम पर किया था. जब से इसकी खोज हुई उसके बाद से ही यह एस्टेरॉयड वैज्ञानिकों और खगोलविदों के बीच चर्चा का विषय रहा है. रिसर्च के मुताबिक, इस एस्टेरॉयड का व्यास करीब 226 किलोमीटर (140 मील) हो सकता है. कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां पर भारी मात्रा में सोना (Gold), प्लैटिनम (Platinum) और दुर्लभ धातुएं भी हो सकती हैं.
इतना बड़ा खजाना कि...
16 साइकी में मौजूद धातुओं का जो अनुमानित मूल्य का आंकलन किया गया है उसको सुन कर कोई भी हैरान हो सकता है. इसका कुल अनुमानित मूल्य $10,000 क्वाड्रिलियन है. (एक क्वाड्रिलियन यानी 1,000,000,000,000,000 होता है. ऐसे में समझा जा सकता है कि इस संपत्ति से पृथ्वी पर रहने वाले हर इंसान अरबपति बन सकते हैं. लेकिन यह सब इतना आसान नहीं है. इस पर खनन बेहद कठिन है और चुनौतीपूर्ण भी है.
इसे भी पढ़ें- सोने की 40 सुरंगें, इतना गोल्ड कि मत पूछो... इनके हाथ लगा कुबेर का खजाना