ISRO ने भारत के तीसरे मून मिशन (India Luner Mission) चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) को 14 जुलाई को लॉन्च किया था, जिसका लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. 23 अगस्त को चांद पर इसकी लैंडिंग होनी है. ऐसे में पूरे देश में उत्साह है. देश के कोने-कोने से इसकी सफलता के लिए प्रार्थना की जा रही है. लोग सोशल मीडिया के जरिए ईश्वर से विनती कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, चंद्रयान-3 बुधवार शाम 6:04 बजे चांद के साउथ पोल पर उतरेगा. आइए सोशल मीडिया पर देखते हैं कौन-क्या लिख रहे हैं.
कल का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है
Tomorrow important day...
— Chowdrey (@Chowdrey_) August 22, 2023
🇮🇳 Prayers 🙏#Chandrayaan3Landing #ISRO #VikramLander #isroindia #Chandrayaan_3 #Chandrayan3 #Chandrayaan3Mission #MoonLanding #SurgicalStrike pic.twitter.com/zO21suPEDE
साउथ पोल पर भारत पहला देश होगा
If #Chandrayan3 lands at south pole of moon surface tomorrow India will be the first country in world to archive🇮🇳
— Ashutosh Srivastava 🇮🇳 (@sri_ashutosh08) August 22, 2023
Praying for #Chandrayaan3Landing 🙏#ISRO | #VikramLander | #isroindia #Chandrayaan_3 l #Chandrayan3 #Chandrayaan3Mission l #NASA #MoonLanding #SurgicalStrike pic.twitter.com/czRbvhwrFf
लखनऊ में नमाज पढ़ी जा रही है
People offer namaz at the Islamic Center of India in Lucknow for the successful landing of Chandrayaan-3, on August 23.#Chandrayaan2 #Chandrayaan_3 #MoonLanding #VikramLander #ISRO #awazthevoice pic.twitter.com/0z6usZ6iGf
— Shah Faesal (@shahfaesal) August 22, 2023
कल का दिन खास है
ನಾಳೆ ನಮ್ಮ ದೇಶ ಮತ್ತೊಂದು ಮೈಲಿಗಲ್ಲಿಗೆ ಸಾಕ್ಷಿಯಾಗಲಿದೆ.
— Rishab Shetty (@shetty_rishab) August 22, 2023
Tomorrow marks yet another milestone for India, thrilled to be part of witnessing this historic day.
Let's join in prayer for the safe landing of the #VikramLander🇮🇳#Chandrayaan_3 #Chandrayaan3Landing #ISROMissions #ISRO #India… pic.twitter.com/dNQSARtn0J
चंद्रयान की सफलता के लिए गंगा आरती की जा रही है
Ganga Aarti is being performed for #Chandrayaan3Landing.#ISRO and #VikramLander is ready for creating the history tomorrow. pic.twitter.com/tMBp2wLkmo
— Lakshmi (@VjVij) August 22, 2023
इस मिशन पर देश के साथ-साथ पूरी दुनिया की नजर है. चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव बेहद खास है. माना जा रहा है कि इसके बारे में अभी दुनिया को पूरी जानकारी नहीं है. यहां बर्फ के भंडार भी हो सकते हैं. साथ ही साथ अंतरिक्ष यात्रा के लिए भी ये मिशन बेहद खास है. यह इलाका सूर्य की रोशनी से स्थायी रूप से दूर रहता है और तापमान शून्य से 50 से 10 डिग्री नीचे रहता है, इसकी वजह से रोवर या लैंडर में मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए आदर्श रसायनिक परिस्थिति उपलब्ध होती है जिससे वे बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं.