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उज्जैन में खेला गया 2 अरब घोटाले का गेम, EOW ने 39 फर्जी कंपनियों समेत 80 लोगों पर दर्ज किया केस

उज्जैन आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने 39 फर्जी कंपनियों के खिलाफ मामले दर्ज किया है. वहीं, मामले में 80 लोगों को आरोपी बनाया गया है. जांच के बाद अब EOW ने शिकायतकर्ता को भी आरोपी बनाया है.

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उज्जैन में खेला गया 2 अरब घोटाले का गेम,  EOW ने 39 फर्जी कंपनियों समेत 80 लोगों पर दर्ज किया केस
उज्जैन में 2 अरब के घोटाले का मामला

Ujjain Scam: उज्जैन में बड़ा फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जिसमें 2 अरब घोटाले की खबर सामने आई है. इस संबंध में उज्जैन आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने 39 फर्जी कंपनियों के खिलाफ मामले दर्ज किया है. वहीं, मामले में 80 लोगों को आरोपी बनाया गया है. वहीं, इस मामले में एक और चौकानें वाला मामला सामने आया है कि, दो साल पहले इस संबंध में शिकायत की गई थी. जिसकी जांच के बाद अब EOW ने शिकायतकर्ता को भी आरोपी बनाया है. ये पूरा मामला टैक्स चोरी से जुड़ा है. जो जांच के बाद अब उजागर हुआ है. मामला सामने आने के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है.

4 साल पहले करोड़ों के टैक्स चोरी की मिली थी सूचना

इस मामले में निरीक्षक अनिल शुक्ला ने बताया कि, चार साल पहले यानी साल 2019 में सीजीएसटी (CGST) को अग्रवाल सोया एक्स्ट्रेक्ट प्रायवेट लिमिटेड कंपनी धामनिया नीमच द्वारा करोड़ों रुपए के टैक्स चोरी की सूचना मिली थी. जब सीजीएसटी इस मामले की जांच कर ही रही थी. तो इंदौर की कपिल ट्रेडिंग कंपनी ने EOW को उक्त कम्पनी के साथ ही अन्य फर्जी कंपनी के द्वारा करोड़ों रुपए की हेरा फेरी की शिकायत की थी.  मामले की जांच में पता चला की अग्रवाल सोया संचालक गोपाल सिंघल दीपक सिंघल सहित करीब 80 लोगों ने धोखाधड़ी के लिए 39 फर्जी कंपनिया बना राखी है. साथ ही उक्त कंपनियों ने खली और तेल के व्यापार के आड़ में अब तक 2 अरब रुपए का घोटाला किया है.

EOW ने इस मामले में पुख्ता सबूत जुटाने के बाद बुधवार (22 नवंबर) को अग्रवाल सोया के साथ ही सभी कम्पनियों और उनके संचालको के विरुद्ध धारा 420, 467, 468, 471, 120बी के तहत केस दर्ज किया गया है. अब मामले में जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.

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नाम के साथ भी किया गया है फर्जीवाड़ा

निरीक्षिक शुक्ला ने बताया कि आरोपियों ने फर्जी कम्पनियों बनाने के लिए जिन्हें डायरेक्टर बताया उनके नाम भी रिकॉर्ड में नकली दर्शाये गए है. खास बात ये भी है कि, ऑय की मामले का शिकायतकर्ता कपिल ट्रेडिंग का संचालक भी आरोपी निकला. बताया जा रहा है कि, कपिल भी उक्त फर्जी कम्पनियों में शामिल था और उसने कार्रवाई से बचने के लिए शिकायत की थी.  लेकिन अब  जब जांच की गई तो उसका झूठ पकड़ा गया.

कैसे किया गया फर्जीवाड़ा

दरअसल, नीमच स्थित कंपनी अग्रवाल सोया एक्सट्रेक्ट प्रत्यवेट लिमिटेड कंपनी धामनिया द्वारा साल 2017 से 2022 के बीच कुल 39 बोगस फर्म और उनके संचालक के साथ मिलकर नकली इन्वाईस, बिल, बिल्टी तैयार किये गए. इसके साथ सोयाबीन डीओसी. का फर्जी खरीद-बिक्री बताकर गोपाल सिंघल, शालिनी सिंघल दीपक सिंघल, नवनीत गर्ग ने अपनी कंपनी अग्रवाल सोया एक्स्ट्रेक्ट प्रायवेट लिमिटेड नीमच के संचालक के रुप में फर्जी ट्रांसपोर्ट नारायण फाईट केरियर आदर्श नगर इंदौर सहित दर्जनों फार्मो के बिल लगाककर फर्जीवाड़ा किया है.

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