भारतीय महिला स्क्वाश टीम ने एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में हांगकांग से हारने के बाद कांस्य पदक अपने नाम किया. इस मेडल के साथ ही भारतीय महिलाओं का स्क्वाश में अभियान समाप्त हुआ. जोशना चिनप्पा, अनहत सिंह और तन्वी खन्ना की तिकड़ी को हांगकांग ने 1- 2 से हराया. भारत ने 2018 में रजत पदक जीता था.
जोशना अकेली भारतीय थी जिसने जीत दर्ज की. उसने दुनिया की 24वें नंबर की खिलाड़ी जे लोक हो को 7-11, 11-7, 9-11, 11-6, 11-8 से हराया. तन्वी को पहले मैच में सिन युक चान ने 3-0 से मात दी. ऐसे में जोशना ने मैच बराबरी पर ला दिया. वहीं अनहत को ली का यि ने 11- 8, 11-7, 12-10 से हराया.
15 साल की अनहत ने अपनी पूरी कोशिश की. तीसरे गेम में 10-2 से पिछड़ने के बाद उन्होंने 8 मैच प्वाइंट बचाए और स्कोर 10-10 तक पहुंचाया. लेकिन अंततः फाइनल (0-3) 8-11, 7-11, 10-12 और टाई हार गई.
भारत के लिए ब्रॉन्ज जीतने पर जोशन ने कहा,"मैने रणनीति या योजना के बारे में नहीं सोचा. बस वहां डटी रही. मैं जानती थी कि नतीजा कुछ भी हो , मुझे जुझारूपन नहीं छोड़ना है." जबकि अनहत ने बताया,"मेरा मैच बहुत अहम था और हम जीत जाते तो फाइनल में पहुंच जाते. मैं बेहतर खेल सकती थी. सभी ने मेरी हौसलाअफजाई की ताकि मैं जीत सकूं." जोशना ने कहा ,"हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने आये थे. मुझे इतने बड़े मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने की खुशी है. भारत के लिये खेलना हमेशा खास होता है."
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