क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय सतना में दलाली का कारोबार करने वाले युवक ने अपने ही अपहरण की कहानी रचकर जिले में हड़कंप मचा दिया. पुलिस ने जब पड़ताल शुरू की तब यह सनसनीखेज सच सामने आया. फिलहाल पुलिस ने युवक को झुकेही से दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. मामला उजागर होने के बाद युवक ने खुलासा किया कि वह कर्ज से बचने के लिए इस प्रकार का नाटक कर रहा था.
आरटीओ ऑफिस में दलाली का काम करने वाले रोहित कुशवाहा 24 वर्ष पिता बाबूलाल कुशवाहा ने अपने कुछ परिचितों से लाखों रुपए का कर्ज ले रखा है. जब उस पर पैसे लौटाने का दबाव बढ़ा तो उसने अपने अपहरण का नाटक शुरू कर दिया. अपने ही फोन से परिजनों को इस बारे में जानकारी दी. पुलिस ने भी परिजनों की सूचना पर गंभीरता बरती और लोकेशन के आधार पर झुकेही पहुंच गई. जहां से उसे थाने लाया गया। पहले तो उसने कुछ झूठी कहानी बताई. लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई की तब उसने सच उगल दिया.
अपहरण की कहानी रचने वाले रोहित की माता ज्ञान बाई कुशवाहा पत्नी बाबूलाल कुशवाहा निवासी गणेश नगर नईबस्ती थाना कोलगवां ने बताया कि 24 जुलाई को रोहित कुशवाहा घर से सुबह करीब 10.00 बजे खाना पीना खाकर आऱटीओ आफिस जाने के लिये घर से पैदल निकला था. रात 10 बजे तक घर नहीं आया तो मैं उसके मोबाइल नंबर पर फोन की. लड़के ने बोला कि आज नहीं आऊंगा फिर सुबह से उसका फोन बन्द बताने लगा. फिर थाने में सूचना दी. वहीं बाद में फोन कर अपहरण की बात बताई.