Madhya Pradesh News : भारतीय सेलर (पाल नाविक) नेहा ठाकुर (Neha Thakur) ने एशियाई खेलों (Asian Games 2023) के दौरान लड़कियों की डिंगी आईएलसीए-4 स्पर्धा में भारत को रजत पदक दिलाया है. इस जीत के साथ ही उन्होंने न केवल देश का नाम ऊंचा किया बल्कि मध्यप्रदेश और देवास का मान भी बढ़ाया है. उनके पिता ने NDTV से बात करते हुए कई बातें साझा की हैं.
देवास जिले के किसान की बेटी हैं नेहा ठाकुर
नेहा ठाकुर मध्य प्रदेश के एक किसान की बेटी हैं और देवास जिले की हाटपिपलिया तहसील के अमलताज गांव में रहती हैं. नेहा के पिता मुकेश ठाकुर ने बताया कि उनकी बेटी फिलहाल भोपाल में अपनी बीकॉम की पढ़ाई करने के साथ-साथ एकेडमी में तैयारी करती है. उसने एशियन गेम्स की तैयारी भी भोपाल में वाटर स्पोर्टस एकेड़मी से की थी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में वाटर स्पोर्टस एकेडमी में ट्रायल के दौरान नेहा का वाटर स्पोर्टस एकेडमी में सिलेक्शन हुआ था.
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नेहा के परिवार में उसके माता-पिता के साथ उसके दो छोटे भाई हैं. पिता खेती-किसानी करते हैं जबकि मां गृहणी हैं, वहीं दोनों छोटे भाई पढ़ाई करते हैं.
खेल मंत्री ने काफी मदद पहुंचाई
मुकेश ठाकुर ने बताया कि नेहा की सफलता का श्रेय मध्यप्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को जाता है जिन्होंने एशियन गेम्स के पहले तीन माह की ट्रेनिंग विदेशों में करवाई है और हर सम्भव मदद की. इसके साथ ही नेहा के कोच जेएल यादव, नरेन्द्र सिंह राजपूत और अनिल शर्मा का भी योगदान नेहा की सफलता में है.
पहले भी कई पदक जीत चुकी हैं नेहा
नेहा ने एशियन गेम्स के पहले कई नेशनल गेम्स में भाग लिया है, उसमें उन्होंने गोल्ड और सिल्वर मेडल प्राप्त किए हैं. साथ ही 2022 एशियन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता और यूरोप चैम्पियनशिप में भी पदक अपने नाम किया है. दो वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी भाग लेते हुए नेहा ने अपनी क्षमता का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है.