
इन दिनों देश में फर्जी आईएएस की बाढ़ सी आई है. आईएएस का क्रेज युवाओं में इतना बढ़ता जा रहा है हर अपना रौब दिखाने के लिए फर्जी आईएएस बनने से भी नहीं चूक रहे. इसी तरह जबलपुर मैं रहने वाला जबलपुर के शास्त्री नगर तिलवारा घाट में रहने वाला गोंदिया महाराष्ट्र का राहुल गिरी पिछले कुछ दिनों से अपने आप को आईएएस बताकर फेसबुक पर अपनी फोटो पोस्ट कर रहा था. तबादलों के इस दौर में उसने अपने आप को नरसिंहपुर कलेक्टर बताकर चार्ज लेने की फोटो भी इंटरनेट पर वायरल कर दी. इन दिनो नरसिंहपुर कलेक्टर रिजू बाफना है लेकिन इस शातिर व्यक्ति ने फोटोशॉप के नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का उपयोग करते हुए ऐसी फोटो बना डाली उसमें वह नरसिंहपुर कलेक्टर से चार्ज लेते हुए दिख रहा है. और कलेक्टर नरसिंहपुर की कुर्सी पर भी शान से बैठा है.
जब यह फोटो नरसिंहपुर कलेक्टर तक पहुंची तब युवक की खोज शुरू हुई. यह फर्जी आईएएस जबलपुर के तिलवारा घाट में घूमते हुए मिला. युवक ने अपनी एक पोस्ट में खुद को नरसिंहपुर कलेक्टर, तो दूसरी पोस्ट में अपर सचिव मध्यप्रदेश शासन के रूप में भी प्रचारित किया.
अभी तक किसी भी तरह की कोई वारदात नहीं की
सी एस पी ( बरगी ) सुनील नेमा ने एनडीटीवी को बताया कि अभी तक जांच में सामने आया है. राहुल गिरी नाम का यह युवक ग्रेजुएट है और इसने लैब टेक्नीशियन का कोर्स किया है. फेसबुक पर राहुल गिरी ने बहुत सी फोटो अपलोड की है, जिसमें कई बड़ी हस्तियों के साथ भी फोटो है. यह गोंदिया का रहने वाला है लेकिन अभी तक इसने किसी भी तरह की कोई वारदात नहीं की है ना ही किसी को धोखा दिया है. हम उसके मोबाइल को कब्जे में लेकर गहराई से जांच कर रहे हैं. यह भी जांच का विषय है कि यह पहले कहीं इसी वारदात को अंजाम देकर तो जबलपुर नहीं आया?