विज्ञापन

Kranti Gond: विश्व चैंपियन क्रिकेटर क्रांति गौंड का 20KM की पैदल यात्रा, 'अबार माता' से लिया आशीर्वाद

World champion cricketer Kranti Gond: विश्व चैंपियन क्रिकेटर क्रांति गौंड 20KM पैदल यात्रा कर अबार माता मंदिर पहुंची और दर्शन कर आशीर्वाद लिया.

Kranti Gond: विश्व चैंपियन क्रिकेटर क्रांति गौंड का 20KM की पैदल यात्रा, 'अबार माता' से लिया आशीर्वाद

Kranti Gond reached Abar Mata Temple: विश्व क्रिकेट पटल पर अपनी तूफानी तेज गेंदबाजी से भारत का नाम रोशन करने वाली, विश्व चैंपियन टीम की सदस्य और क्षेत्र की गौरव, स्टार महिला क्रिकेटर क्रांति गौंड ने आज अपने गृहनगर और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के प्रति अपने अटूट आस्था और समर्पण का अद्भुत परिचय दिया. फिटनेस आइकन के रूप में पहचानी जाने वाली क्रांति गौंड ने लगभग 20 किलोमीटर की लंबी दूरी पैदल चलकर तय की, जो उनकी धार्मिक निष्ठा और जबरदस्त शारीरिक फिटनेस दोनों को उजागर करती है.

घुवारा से अबार माता मंदिर तक... 20KM की यात्रा

आज सुबह ठीक 10 बजे क्रांति गौंड ने घुवारा नगर से अपनी वार्षिक पैदल यात्रा का श्रीगणेश किया. यह यात्रा रामटौरिया होते हुए बुन्देलखण्ड के अत्यंत पूजनीय और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल अबार माता मंदिर पर जाकर संपन्न हुई.

विश्व स्तर की खिलाड़ी होने के बावजूद क्रांति गौंड ने यह पूरी यात्रा एक साधारण यात्री की भांति की, जिसने उनके प्रति स्थानीय लोगों के मन में सम्मान और बढ़ा दिया. यह घटनाक्रम सिद्ध करता है कि खेल के शिखर पर पहुंचने के बाद भी वह अपनी जड़ों और साधारण जीवनशैली से गहराई से जुड़ी हुई हैं.

प्रशंसकों का उमड़ा जन-सैलाब, उत्सव का माहौल

यात्रा के दौरान पूरे रास्ते में उनके प्रशंसकों, स्थानीय नागरिकों और युवाओं ने क्रांति गौंड को गर्मजोशी से स्वागत किया. इस दौरान क्षेत्र में एक उत्सव जैसा माहौल बन गया था. जगह-जगह स्वागत... रास्ते के कई स्थानों पर लोगों ने उनका तुलादान किया. साथ ही उन्हें स्नेहपूर्वक पुष्पमालाएं भेंट कीं. इस खास मौके पर युवाओं ने महान खिलाड़ी के साथ सेल्फी लेने के लिए उत्साह दिखाया.

क्रांति गौंड ने अबार माता की पूजा-अर्चना की

रामटौरिया स्थित बस स्टैंड पर वा सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में उनका भव्य स्वागत किया गया. मंदिर पहुंचने के बाद क्रांति गौंड ने विधिवत पूजा-अर्चना की. उन्होंने न केवल क्षेत्र की सुख-समृद्धि के लिए, बल्कि आने वाले अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भारतीय टीम की सफलता के लिए भी माता का आशीर्वाद लिया. वहीं मंदिर समिति के सदस्यों ने उन्हें सम्मानित किया और उनके उज्जवल खेल भविष्य की कामना की.

अबार माता के दरबार में आने से मिलती है शांति

मंदिर परिसर में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए क्रांति गौंड ने कहा, 'अबार माता का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है. यह पैदल यात्रा मेरी वार्षिक परंपरा का एक अभिन्न हिस्सा है. खेल के मैदान की तेज गति से दूर, यह मेरे लिए शांति और आंतरिक शक्ति पाने का सबसे उत्तम तरीका है.'

युवाओं के लिए प्रेरणा है क्रांति गौंड

क्रांति गौंड की यह यात्रा युवाओं के लिए एक मजबूत प्रेरणा है. यह दर्शाती है कि सफलता के शिखर पर पहुंचने के बावजूद, एक खिलाड़ी अपनी शारीरिक फिटनेस को बनाए रखने, अपनी जड़ों से जुड़े रहने और धार्मिक आस्था के प्रति समर्पित रहने का एक आदर्श संतुलन कैसे बना सकता है. उनकी यह पहल उन्हें क्रिकेट के मैदान के बाहर भी एक फिटनेस आइकन और सांस्कृतिक राजदूत के रूप में स्थापित करती है.

ये भी पढ़ें: MP का 'वॉकिंग ट्री' ! कभी डकैतों का होता था ठिकाना... अब बना आकर्षक का केंद्र, 2 एकड़ में फैली हैं इसकी शाखाएं

ये भी पढ़ें: Rohini Gurjar Success Story: पति-सास को खोया, RAS मेंस परीक्षा से 7 दिन पहले बेटी खोई, लेकिन नहीं मानीं हार, रोहिणी गुर्जर खुद लिख दी सफलता की इबारत

ये भी पढ़ें: 

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close