
Gwalior News: ग्वालियर (Gwalior) शहर के आसपास के पहाड़ों पर पत्थर और मुरम की खदानों के पास मलबे से भरे हुए गड्ढे लोगों की जान के दुश्मन बन चुके हैं. ऐसी ही खदान के एक गड्ढे में गिरने से एक दो साल की मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई. बच्ची के गिरने और उसकी मौत की खबर सुनकर उसकी मां एकदम बदहवास हो गई और उसने भी उसी खदान के गहरे गड्ढे में छलांग लगा दी. आस-पास के लोगों ने उसे देखा तो जल्दी से बाहर निकाल लिया लेकिन इस घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गई. उसे उपचार के लिए ICU में भर्ती कराया गया है.
जानिए कब घटी दिल दहला देने वाली घटना
घटना शहर के बाहरी इलाका बहोड़ापुर के किशन बाग इलाके की है. यहां पत्थर और मुरम के पहाड़ थे. इसकी खदानों को खदान माफिया ने खोद खोद कर गहरे गड्ढों में तब्दील कर दिया. नतीजा यह हुआ कि इनके आसपास स्थित मकान डेंजर जोन में आ गए. ऐसे ही एक मकान में रहने वाले रिंकू घर से ऑटो चलाने गया था. घर मे उसकी पत्नी वंदना थी और उसकी दो साल की बेटी बाहर खेल रही थी. थोड़ी देर बाद पड़ोसियों ने उसे बताया कि उसकी मासूम बच्ची गहरी खदान में गिर गई है. यह सुनकर वंदना एकदम बदहवास हालत में खदान की तरफ भागी और फुर्ती से बच्ची की तरफ नीचे छलांग लगा दी. यह देख मुहल्ले में हंगामा हो गया. आसपास के युवक फटाफट खदान के गड्ढे में उतरे. लोगो ने कड़ी मशक्कत करके जैसे तैसे मां - बेटी को गड्ढे से निकाला और ऊपर लाये और दोनो को लेकर तत्काल अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया जबकि माँ वंदना की हालत गम्भीर है. उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है.
गेट खुला मिला तो बाहर निकल गई आशिकी
वंदना के पति रिंकू ने बताया कि वह खाना खाकर बाहर गया और वहां से अपना ऑटो चलाने के लिए निकल गया. जब वह घर से निकला तब उंसकी पत्नी वंदना टॉयलेट में थी. बच्ची आशिकी कमरे में ही थी. उसके जाने के बाद गेट खुला मिलने से आशिकी वहां से बाहर निकल गयी और खेलते - खेलते खदान में गिर गई.
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मातम में बदल गईं परिवार की खुशियां
दरअसल, ऑटो चालक रिंकू के यहां दो बेटियां है. बड़ी बेटी चार साल की है और आशिकी सवा दो साल की थी वंदना ने पिछले महीने ही एक बेटे को जन्म दिया था. एक नए मेहमान के घर आने से घर परिवार में खुशी का माहौल था लेकिन अचानक यह खुशी मातम में बदल गई.
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