Madhya Pradesh: इस समय देश प्रदेश में भीषण गर्मी से जूझ रहा है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का विदिशा जिला इस भीषण गर्मी में इन दिनों पानी की कमी से जूझ रहा है. पूरे जिले भर में पानी की हाहाकार मची हुई है. जिले का कोई गांव हो या शहर हर तरफ पानी का संकट नजर आ रहा है. जिले में बढ़ते पारे के साथ जल स्तर गिर गए हैं जिससे जिले भर के हजारों हैंडपंप में पानी सुख गया है. वहीं शहरों में पानी की पूर्ति टैंकरों से की जा रही है.
नल जल योजना की खुली पोल
शासन प्रशासन द्वारा जिले भर में नल जल योजना पूरी किए जाने के दावे किए जा रहे हैं. सरकार द्वारा अपने चुनाव के घोषणा पत्र में भी यह हवाला दिया गया था. अब केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना के जरिए हर घर नल पहुंच चुका है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. सरकारी योजना के तहत घरों में नल तो पहुंचा लेकिन कई गांव के लोगों को इन नलों में पानी का इंतजार अभी भी है.
शो पीस बनी नल जल योजना
सरकार द्वारा हर घर के सामने एक पाइप लाइन लगाकर नल लगाया गया था लेकिन आज वो पाइप लाइन शो पीस बनकर रह गई है. ग्रामीण सावित्री बाई बताती हैं उनके घर नल लगे चार साल गुजर गए लेकिन आज तक पानी नहीं आया.
जिले में हो रहा है पानी के लिए संघर्ष
जिले भर के सैंकड़ों ग्राम पानी की कमी से जूझ रहे हैं. लटेरी, ग्यारसपुर, विदिशा, गुलाबगंज , हैदरगढ़ में जल संकट गहरा हो गया है. यहां के ग्रामीणों को पानी के लिए कई किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ता है, जब जाकर कहीं पानी नसीब हो पाता है. ग्रामीण बताते हैं सारे काम छोड़कर पहले पानी की व्यवस्था के लिए हम लोगों को इधर -उधर भटकना पड़ता है. तब कहीं जाकर पानी नसीब होता है
चार साल से टंकी में नही पहुंच पानी
तहसील गुलाबगंज में इस मकसद से लाखों रुपए खर्च करके पानी की टंकी बनाई गई थी. ताकि ग्रामीणों को पानी मिल सके. लेकिन चार साल गुजर जाने के बाद भी इस टंकी में आज तक पानी नहीं पहुंच सका. वहीं दूसरी ओर पूरे ग्राम में पानी की पाइप लाइन तो बिछा दी गई, लेकिन पानी नहीं पहुंच सका. नतीजन ग्रामीणों को पानी के लिए हर दिन संघर्ष करना होता है.
ये भी पढ़ें MP News: मैहर में मृदा परीक्षण केंद्र की खुली पोल, तालों में लगी जंग और स्टाफ लापता