1st Phase Lok Sabha Elections in MP: देश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के पहले चरण का आगाज हो चुका है. मध्य प्रदेश में भी पहले फेज में 6 संसदीय क्षेत्रों में 19 अप्रैल को वोटिंग (First Phase Lok Sabha Elections Voting) होनी है. सीधी (Sidhi Lok Sabha Seat) , शहडोल (Shahdol Lok Sabha Seat), जबलपुर (Jabalpur Lok Sabha Seat), मंडला (Mandla Lok Sabha Seat), बालाघाट (Balaghat Lok Sabha Seat) और छिंदवाड़ा (Chhindwara Lok Sabha Seat) सीट पर मतदान को लेकर पूरी तैयारी हो चुकी है. वहीं मतदाता (Voters) भी तैयार हैं. आइए जानते हैं इन 6 सीटों का गणित क्या कुछ कहता है? कहां कौन किस पर भारी है...
पहले देखिए वोटिंग की ये खास अपील
लोकतंत्र में हमें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है...
— Chief Electoral Officer, Madhya Pradesh (@CEOMPElections) April 18, 2024
मतदाताओं से आग्रह है कि प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मप्र के 6 संसदीय क्षेत्रों सीधी, शहडोल,जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में होने वाले #LokSabhaElections2024 में वोट जरूर डालें : अनुपम राजन, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी,मप्र pic.twitter.com/r8Wl2UKX86
छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र (Chhindwara Lok Sabha constituency)
मध्य प्रदेश 29 लोकसभा सीटों में से ये एकमात्र ऐसी सीट है जहां कमल नहीं कमलनाथ का सिक्का चलता है. 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी केवल इसी सीट पर अपना परचम लहरा सकी थी. कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ 2019 के बाद एक बार फिर यहां से चुनावी रण में उतर चुके हैं. वहीं भारतीय नता पार्टी BJP ने विवेक बंटी साहू को टिकट दिया है. ये विवेक साहू के चुनावी करियर का पहला लोकसभा चुनाव है. इससे पहले वे विधानसभा चुनाव में दो बार कमलनाथ के सामने आ चुके हैं.
मंडला लोकसभा क्षेत्र (Mandla Lok Sabha constituency)
विधानसभा चुनाव हारने वाले फग्गन सिंह कुलस्ते को BJP ने यहां अपना उम्मीदवार बनाकर फिर से मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने अपने पूर्व मंत्री और युवा नेता ओमकार सिंह मरकाम जोकि आदिवासियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं, उनको टिकट दिया है. कांग्रेस और बीजेपी के अलावा यहां गोंडवाना गणतंत्र पार्टी भी मैदान में दमखम दिखा रही है. गोंगपा की तरफ से महेश कुमार वट्टी हैं, वे गोंडी भाषा के साहित्यकार भी हैं. अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर पॉलिटिक्स में आने वाले महेश कुमार यहां मुकाबले को रोचक बना सकते हैं.
बालाघाट लोकसभा क्षेत्र (Balaghat Lok Sabha constituency)
यहां BJP की भारती पारधी पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रही हैं जबकि कांग्रेस की तरफ से पूर्व विधायक अशोक सरस्वार के पुत्र सम्राट सिंह चुनावी रण में हैं. वहीं बहुजन समाज पार्टी (BSP) से कंकर मुंजारे के आने से मुकाबला टफ हो गया है.
जबलपुर लोकसभा क्षेत्र (Jabalpur Lok Sabha Constituency)
ये सीट BJP का गढ़ है. यहां से आशीष दुबे बीजेपी की तरफ तो दिनेश यादव कांग्रेस की ओर से हुंकार भर रहे हैं. कांग्रेस के नेताओं ने तो यहां चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था, मजबूरन पार्टी को दिनेश यादव को चुनाव के लिए मनाना पड़ा. कांग्रेस के महापौर जगत बहादुर अन्नू चुनावी माहौल में पाला बदल लिया उनके साथ ही पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी, एकता ठाकुर भी BJP में जा चुके हैं.
शहडोल लोकसभा क्षेत्र (Shahdol Lok Sabha Constituency)
भारतीय जनता पार्टी ने राजघराने की हिमाद्री सिंह को तो कांग्रेस ने फुंदेलाल मॉर्को पर दांव लगाया हैं. इस सीट पर भी कांग्रेस को जब कोई अच्छा उम्मीदवार नहीं मिला तो आखिरी समय पर मार्को को टिकट दिया गया. अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के लिए आरक्षित शहडोल लोकसभा सीट पर बीजेपी काफी स्ट्रॉन्ग है.
सीधी लोकसभा क्षेत्र (Sidhi Lok Sabha Constituency)
भारतीय जनता पार्टी ने यहां भी नए चेहरे पर दांव लगाते हुए डॉ राजेश मिश्रा को उतारा है तो वहीं कांग्रेस अपने पूर्व मंत्री और ओबीसी चेहरे पर विश्वास जताया है. यहां बीजेपी के अपने ही परेशानी की वजह बन सकते हैं क्योंकि सीधी पेशाब कांड का जो वीडियो वायरल हुआ था उसमें डॉ राजेश मिश्रा के बेटे की भूमिका चर्चित है. इस बात को लेकर सीधी के पूर्व विधायक (MLA) केदारनाथ शुक्ला भी डॉ मिश्रा से खुश नहीं हैं. इसी कांड के कारण केदारनाथ शुक्ला को विधानसभा टिकट नहीं मिला था. एक चर्चा यह भी है कि यहां की पूर्व सांसद रीति पाठक भी डॉ राजेश मिश्रा के लिए पूरा जोर नहीं लगा रही हैं. कैबिनेट में कुर्सी न मिलने पर वह नाराज हैं. सीधी की 8 में से 7 विधानसभा सीट पर बीजेपी तो 1 में कांग्रेस का कब्जा है.
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