
कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान देने के बाद कैबिनेट मंत्री विजय शाह सोमवार को पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर आए. कार्यक्रम के दौरान वो मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के साथ बैठे नजर आए. हालांकि विवादित बयान का भी असर साफ दिखा. जनजातीय विभाग के कार्यक्रम के दौरान मंच पर लगे बैनर से उनका फोटो गायब दिखा. उनका एक भी कटआउट भी नहीं दिखा.
दरअसल, शहडोल जिले के ब्यौहारी में बिरसा मुंडा की पुण्य तिथि पर कोल जनजाति का सम्मेलन आयोजित किया गया. आयोजन में प्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग के कैबिनेट मंत्री विजय शाह सार्वजनिक मंच पर मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के साथ नजर आए.
जनजातीय कार्य विभाग का था आयोजन
पूरा आयोजन जनजातीय कार्य विभाग का था और जनजातीय कार्य विभाग के कैबिनेट मंत्री का फोटो ही मंच पर लगे बैनर से गायब था. शायद मंत्री का विवादित बयान के चलते न उनके बैनर लगे और न ही बैनर में फोटो था. कटआउट में भी मंत्री अपने विभाग के आयोजन में बेगाने से दिखे.
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादत बयान दिया था. इसको लेकर देशभर में उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग हुई. मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई. फिर विजय शाह सुप्रीम कोर्ट चले गए, जहां उन्हें फटकार लगी. कोर्ट ने एसआईटी गठित करने का आदेश दिया. अब इस मामले में जांच की जा रही है.
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