
Supreme Court Rufused: सुप्रीम कोर्ट ने भोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्टरी के रासायनिक कचरे को पीथमपुर में जलाने से रोकने वाली याचिकाओं पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट में आज इस मामले की सुनवाई हुई. कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ताओं के सभी पक्षों को हाईकोर्ट ने सुन लिया है और अभी वह कोई सुनवाई नहीं करेगा.
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कचरा जलाने का दूसरा ट्रायल 4 मार्च और तीसरा 12 मार्च से शुरू होगा
गौरतलब है सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप से इनकार करने के बाद के बाद अब पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के रासायनिक कचरे के निष्पादन का ट्रायल आज से शुरू होगा. कचरा जलाने का दूसरा ट्रायल 4 मार्च और तीसरा 12 मार्च से शुरू होगा. आज शुरू हो रहे पहले ट्रायल के दौरान 24 थानों की पुलिस मौके पर तैनात रहेगी.
पहले ट्रायल के लिए पीथमपुर में 24 थानों के पुलिसकर्मी तैनात किया गया
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रशासन हरकत में आ गई है. प्रशासन, कचरा जलाने के विरोध में दायर याचिका को लेकर पहले से ही काफी सतर्क है. 3 जनवरी को हुए कचरा जलाने को लेकर हुए विरोध को देखते हुए प्रशासन अब कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. लिहाजा, इंदौर देहात और धार जिले के 24 थानों से 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किया हैं.
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चिन्मय मिश्रा ने पीथमपुर में जहरीला कचरा निपटारे के विरोध में दायर की याचिका
पीथमपुर के रामकी संयत्र में भोपाल गैस त्रासदी से जुड़े यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने के विरोध में याचिकाकर्ता चिन्मय मिश्रा याचिका दायर की थी. पहले मामले की सुनवाई 24 फरवरी को होनी थी, लेकिन यह सुनवाई आज शुरू हो रही है, जिसके बाद यह होगा कि कचरे का निपटान पीथमपुर में किया जाएगा या कोर्ट इस पर रोक लगाएगी.
यूनियन कार्बाइड फैक्टरी में जमा 337 मीट्रिक टन कचरे को निपटाने की है योजना
1984 में भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड फैक्टरी में हुए गैस रिसाव के चलते काफी लोगों की जान गई थी. इस हादसे के बाद यूनियन कार्बाइड फैक्टरी में 337 मीट्रिक टन जहरीला कचरा जमा था. इसी कचरे के निपटारे के लिए राज्य सरकार ने पीथमपुर स्थित रामकी संयंत्र को चुना था, लेकिन स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य का हवाला देकर विरोध करना शुरू कर दिया.
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पीथमपुर में जहरीले कचरे को जलाने को लेकर स्थानीय संगठन कर रहे हैं विरोध
स्थानीय संगठन ने पीथमपुर में जहरीले कचरे के निपटान को लेकर आंशकित हैं. विशेषज्ञ भी मानते हैं कि यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने से बड़ी मात्रा में टॉक्सिक गैसें निकलेंगी, जिससे पीथमपुर और आसपास के शहरों की हवा दूषित हो सकती है. इसी कारण पिछले कुछ महीनों से लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
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