
उमारिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक मादा बाघ का शव मिला है. मादा बाघ की गर्दन में चोट के निशान मिले हैं. वहीं इस मादा बाघ के पेट का निचला हिस्सा आधा खाया हुआ है. बाघिन का शव मिलने से रिजर्व में हड़कंप मच गया है.
पिछले 42 दिनों में तीसरी मौतबताया जा रहा है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर रेंज में बीते 42 दिनों में तीसरे बाघ की मौत है. इससे मानपुर रेंज के प्रबंधन पर बड़े सवाल उठ रहे हैं. वहीं यहां साल 2023 में 8 बाघों की मौत हो चुकी है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पूरे विश्व में बाघों के लिए जाना जाता है.
आपसी संघर्ष हो सकती है वजहजानकार मृत बाघ की हालत को देखकर बता रहे हैं कि ये बाघों के बीच आपसी संघर्ष के बाद हुई मौत नजर आ रही है. इस घटना के बाद पूरे इलाके को सील करके सघन तलाशी का अभियान चलाया गया जिसमें कुछ जगह बाघों की लड़ाई के निशान मिले हैं. माना जा रहा है कि इस बाघिन की लड़ाई किसी शक्तिशाली बाघ या बाघिन से हुई है जिसके बाद इसकी मौत हो गई.
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रात में सुनाई पड़ रही थी दहाड़ेआसपास के ग्रामीण बता रहे है कि रात में बाघों की खूंखार दहाड़े सुनाई पड़ रही थी. बाघिन के शव को एनटीसीए प्रोटोकॉल के तहत शव परीक्षण करने के बाद अवयवों को आग में जलाकर नष्ट कर दिया गया है.
साल 2023 मे अब तक हो चुकी हैं 8 मौतेंहाल ही में जारी बाघ गणना के परिणाम में बांधवगढ़ में बाघों की संख्या 124 से बढ़कर 165 में पहुंच गई है. अगर शावकों को भी जोड़ लिया जाए तो ये संख्या दो सौ पार पहुंच जायेगी. इस पर वन विभाग का कहना है नए युवा बाघ अपनी टेरेटरी के लिए कोर से बाहर घूम रहे हैं. यही कारण है कि यहां टेरेटरी फाइट की घटनाएं बढ़ी हैं. साल 2023 में अभी तक आठ बाघ की मौत हो चुकी हैं.