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This Article is From Oct 01, 2023

Ujjain Rape Case: जिन्होंने मदद नहीं की अब आई उनकी सफाई,ऑटो चालक ने कहा- वो भौंचक था

उज्जैन में 15 साल की बच्ची के साथ बलात्कार के मामले में मुख्य आरोपी तो पकड़ा गया लेकिन इस वारदात में जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा हुई थी वो थी उज्जैन के निवासियों की बेरूखी. अब ऐसे लोगों की सफाई सामने आई है.

Ujjain Rape Case: जिन्होंने मदद नहीं की अब आई उनकी सफाई,ऑटो चालक ने कहा- वो भौंचक था

Ujjain Rape Case:उज्जैन में 15 साल की बच्ची के साथ बलात्कार के मामले में मुख्य आरोपी तो पकड़ा गया लेकिन इस वारदात में जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा हुई थी वो थी उज्जैन के निवासियों की बेरूखी. मासूम से रेप के मामले में जिसे सबसे पहला गुनहगार माना गया वो था ऑटो चालक राकेश मालवीय. पुलिस ने उसे शक के आधार पर हिरासत में लिया और 176 के तहत केस दर्ज कर चार दिनों तक हिरासत में रखा. अब बाहर आकर उसने दावा किया है कि सबसे पहले उसने ही बच्ची को कपड़े देकर मदद की थी. लेकिन पुलिस का कहना है कि उस पर पुलिस को जानकारी नहीं देने का आरोप है. ऐसे भी और भी लोग पुलिस के रडार पर हैं जिन्होंने पुलिस को जानकारी नहीं दी. उनमें से कुछ शख्स सामने आ रहे हैं और अपनी बात रख रहे हैं. 

राकेश मालवीय (Rakesh Malviya)को प्राइम सस्पेक्ट (prime suspect) माना गया था लेकिन उनका कहना है कि वे गुनहगार नहीं मददगार हैं.थाने से छूटने के बाद उन्होंने पूरी घटना बताई. जिसके मुताबिक प्रतिदिन वह हाटकेश्वर कॉलोनी में अपनी एक सवारी को लेने जाता है. 25 सितंबर की सुबह वो रूटीन की सवारी को लेने जा रहा था इसी दौरान जीवन खेड़ी के  बोर्ड के पास लहूलुहान हालत में बच्ची को देखा.

वो लड़की को देखकर भौंचक रह गया. राकेश के मुताबिक उस वक्त उसे ज्यादा कुछ समझ नहीं आया. उसने फौरन अपनी खाकी शर्ट बच्ची को पहनने के लिए दी और उसे ऑटो में बैठाकर उसी के बताए जगह तिरुपति ड्रीम्स इलाके में छोड़ दिया. चूंकि लड़की की भाषा समझ नहीं आ रही थी तो राकेश को लगा कि लड़की यहीं रहती है.

लड़की को छोड़कर वो अपनी सवारी लेने चले गए. अब वे पछता रहे हैं कि उन्होंने उसी समय पुलिस को जानकारी क्यों नहीं दी. 

इस दुष्कर्म कांड में सबसे ज्यादा बदनामी तिरुपति ड्रीम्स पास कॉलोनी की हुई है. क्योकि इसी कॉलोनी में लड़की करीब एक घंटे तक घूम-घूम पर मदद मांगती रही. वायरल  वीडियो में राजेंद्र स्वामी अपने घर से उसे भगाने के अंदाज में दिखे थे. अब उनके भाई तरुण दास स्वामी सामने आए और घटना के बारे में बताया.

उनके मुताबिक उनके भाई राजेन्द्र स्वामी सुबह दरवाजा खोलते ही बालिका को इस हाल में देखा तो वे सकते में आ गए थे. वे घर के अंदर अपनी पत्नी मदद के लिए बुलाने गए तब तक लड़की आगे चली गई थी.

NDTV के संवाददाता से बातचीत में इसी इलाके की कई महिलाओं ने बच्ची की मदद न करने वालों की आलोचना की है. 

बेटियों को पूजने की हमारी परंपरा रही है लेकिन उस बच्ची की मदद न करके लोगों ने काफी बुरा किया है.ऐसी हालत में बच्ची की मदद करनी ही चाहिए थी. 

रेणु बंसल 

स्थानीय निवासी

फिलहाल घटना का मुख्य आरोपी ऑटो चालक भरत सोनी जेल में है और दूसरी तरफ बच्ची अभी भी अस्पताल में भर्ती है.जहां उसका इलाज चल रहा है.

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