मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक किसान ने अपने खेत पर जाने के लिए मुख्यमंत्री से हेलीकॉप्टर की मांग की है. इसके लिए किसान ने गुरूवार को एसडीएम को आवेदन दिया है. दरअसल, किसान ने यह अनोखी मांग गरोठ हाईवे बनने से खेत पर जाने का कोई रास्ता नहीं बचने के कारण की है.
घट्टिया तहसील स्थित गांव उटेसरा निवासी किसान मानसिंह राजोरिया ने बताया उसके पास 3.5 बीघा जमीन है, जिससे परिवार का पालन पोषण होता था. वर्ष 2023 में उज्जैन-गरोठ हाईवे (Ujjain Garoth Highway) का निर्माण शुरू हो गया. चूंकि समीप में दूसरे किसानों के खेत हैं, जो प्रधानमंत्री सड़क से जुड़े हैं और सामने करीब दो मीटर ऊंचा हाईवे बनया गया. इसमें अंडर पास भी नहीं दिया, जिस कारण खेत जाने के सभी रास्ते बंद हो गए
अब किसान को खेती करने में परेशानी हो रही है. इसलिए रास्ते के लिए तहसीलदार, एसडीएम कलेक्टर को कई आवेदन दिए, सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत की, बावजूद निराकरण नहीं निकला. इसलिए खेत जाने के हेलीकॉप्टर की मांग की है.
अब जहर खाना बाकी
किसान मानसिंह ने आवेदन में लिखा कि अब आवेदन देने की भी क्षमता नहीं बची. आवेदन दे देकर मैं थक चुका हूं, चप्पलें घिस गई हैं. इसलिए हेलीकॉप्टर मांग रहा हूं, जिससे अपने परिवार का पोषण कर सकूं. अगर खेत के लिए रास्ता नहीं मिला तो मेरे परिवार को सिर्फ जहर देना पड़ेगा.
किसान के मां-बाप ने क्या कहा
किसान की मां गीता बाई और पिता रामलाल ने कहा 2022-2023 से निर्माण का काम चल रहा था. जब से काम शुरू हुआ तब से शिकायत कर रहे हैं. लहसुन प्याज की फसल भी जैसे-तैसे निकाली. बाद में सोयाबीन लगाई तो सिर्फ मजदूरी का पैसा निकल पाया. अब गेहूं की फसल लगा ही नहीं पा रहे. अधिकारी आश्वासन ही देते रहते हैं रास्ता दिया था, लेकिन उसका कोई मतलब नहीं निकला. वो बंद हो गया, जिससे 2 लाख का नुकसान हो गया.
एसडीएम क्या बोले?
घट्टिया तहसील एसडीएम राजाराम करजरे ने कहा किसान मानसिंह द्वारा हेलीकॉप्टर की मांग को लेकर आवेदन मिला है. खेत पर रास्ता निर्माण को लेकर उनकी मुख्य मांग है. क्षेत्रिय तहसीलदार के पास पूर्व में एक आवेदन विचाराधीन है, जिसे गंभीरता से लिया गया है जल्द ही इसका निराकरण करेंगे जांच जारी है.