Hit and Run Law: यातायात नियमों में रिट एंड रन (Hit and Run) से संबंधित संशोधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ट्रक ड्राइवरों (Truck Drivers Strike) की मंगलवार को मध्य प्रदेश के शाजापुर (Shajapur) जिले के जिलाधिकारी के साथ बैठक हुई. इससे संबंधित जिलाधिकारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वह बैठक के दौरान एक चालक से 'औकात' पूछते हुए उसे धमकाते नजर आ रहे हैं.
ड्राइवर और कलेक्टर के बीच ऐसे हुई कहा सुनी
दरअसल, बैठक के दौरान जिलाधिकारी किशोर कान्याल हड़ताली ट्रक ड्राइवर को प्रदर्शन के दौरान किसी तरह की हिंसा और तोड़फोड़ से दूर रहने की हिदायत दे रहे थे. इस दौरान वह पूरी तरह लालफीताशाही वाले अंदाज में ड्राइवरों से बात कर रहे थे. इस पर एक ड्राइवर ने कह दिया कि साहब बात तो ठीक से कीजिए. बस क्या था. जिलाधिकारी साहब तमतमा गए. उन्होंने अपना आपा खोते हुए ड्राइवर को कहा कि तुम मुझे बताओगे कि कैसे बात करनी है. तुम्हारी औकात क्या है. इस पर उस ड्राइवर ने कहा कि सर, इसी की तो लड़ाई है कि हमारी कोई औकात नहीं है. इसके बाद कलेक्टर साहब के मूड को भांपते हुए वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी उस ड्राइवर को मीटिंग से बाहर ले गए.
मीटिंग में भड़के कलेक्टर ने कहा, औकात क्या है तुम्हारी? सुनिए ड्राइवर ने क्या कहा...?#ndtvmpcg #madhyapradesh #Shajapur #hitandrun pic.twitter.com/FhlQshEgaa
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) January 2, 2024
कलेक्टर ने बाद में मांगी माफी
कलेक्टर साहब का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया, लोग ड्राइवर के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए हुए कलेक्टर के इस व्यवहार की आलोचना करने लगे. बस क्या था कलेक्टर साहब भी घुटनों पर आ गए. उन्हें मजबूरी में ही सही, अपनी गलती का एहसास हो गया. इसके बाद उन्होंने अपने इस व्यवहार पर खेद जताया.
ट्रांसपोर्टरों के हड़ताल से जनजीवन है ठप्प
ट्रांसपोर्टरों के एक संगठन ने मंगलवार को दावा किया कि मोटर चालकों से जुड़े ‘हिट-एंड-रन' दुर्घटना मामलों पर नए दंड कानून के प्रावधान के खिलाफ ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल से मध्य प्रदेश में लगभग पांच लाख वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है. राज्य की राजधानी भोपाल में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) पर कई यात्रियों को फंसे देखा गया, क्योंकि चालकों ने मंगलवार सुबह से ही अंतर-शहर बसें नहीं चलाईं. चालकों के आंदोलन के बीच मंगलवार सुबह भोपाल, इंदौर और अन्य शहरों में पेट्रोल पंपों पर अपने वाहनों की टंकी में ईंधन भरवाने के लिए भारी भीड़ देखी गई. कुछ लोगों ने दावा किया कि पेट्रोल पंपों पर तेल खत्म हो जाने के कारण वे अपने वाहनों में ईंधन नहीं भरवा सके.