विज्ञापन
This Article is From Dec 09, 2023

सोमवार को खत्म होगा MP के अगले मुख्यमंत्री का सस्पेंस, इस नाम पर लग सकती मुहर!

Madhya pradesh Next CM: शिवराज सिंह चौहान के अलावा मुख्यमंत्री की रेस में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का नाम शामिल हैं.

सोमवार को खत्म होगा MP के अगले मुख्यमंत्री का सस्पेंस, इस नाम पर लग सकती मुहर!

मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री (Who Will Be Madhya pradesh Next CM) को लेकर जारी सस्पेंस सोमवार को खत्म होने की संभावना है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 163 नवनिर्वाचित विधायक केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सोमवार, 11 दिसंबर को एक बैठक करेंगे. इस बैठक में नवनिर्वाचित विधायक अगले मुख्यमंत्री का नाम भी चयन करेंगे. ये जानकारी पार्टी के एक पदाधिकारी ने दी है.

इधर, पार्टी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश में अपने विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar), अपने ओबीसी 'मोर्चा' प्रमुख के. लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा (Asha Lakra) को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया.

मध्य प्रदेश भाजपा मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख आशीष अग्रवाल ने शनिवार को पीटीआई-भाषा को बताया, 'केंद्रीय पर्यवेक्षक सोमवार को पार्टी विधायकों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे.' उन्होंने कहा कि बैठक का कार्यक्रम तय होने के बाद इसे मीडिया के साथ साझा किया जाएगा.

वहीं पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक सोमवार शाम पांच बजे या सात बजे के बीच किसी भी समय शुरू हो सकती है. उन्होंने बताया कि बैठक पहले रविवार को होने वाली थी, लेकिन पर्यवेक्षकों के व्यस्त कार्यक्रम के कारण इसे सोमवार तक के लिए टाल दिया गया.

ये भी पढ़े: Madhya Pradesh-Chhattisgarh News Live Updates: उज्जैन में इनके लिए महाकाल भस्म आरती होगी नि:शुल्क, मंदिर समिति की बैठक आज

पिछले 19 साल में तीसरी बार मध्य प्रदेश में केंद्रीय पर्यवेक्षक भेज रही है भाजपा

सूत्रों ने बताया कि पर्यवेक्षकों के रविवार शाम या सोमवार सुबह मध्य प्रदेश पहुंचने की संभावना है. पिछले 19 साल में यह तीसरी बार है जब भाजपा मध्य प्रदेश में केंद्रीय पर्यवेक्षक भेज रही है. हालांकि सबसे पहले अगस्त 2004 में, जब उमा भारती ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था तो पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद महाजन और अरुण जेटली को राज्य में केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में भेजा गया था. इसके बाद नवंबर 2005 में, जब बाबूलाल गौर ने राज्य में शीर्ष पद से इस्तीफा दे दिया था तो विधायकों को नया मुख्यमंत्री चुनने में मदद करने के लिए राजनाथ सिंह को केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में भेजा गया था. हालांकि उस समय शिवराज सिंह चौहान को विधायक दल का नेता चुना गया था.

बिना सीएम फेस पेश किए बिना बीजेपी ने चुनाव लड़ा

इस बार भाजपा ने मौजूदा मुख्यमंत्री चौहान को मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश किए बिना विधानसभा चुनाव लड़ा. ऐसा 20 साल बाद हुआ कि पार्टी ने मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया. बता दें कि इस बार पार्टी ने मध्य प्रदेश में किसी भी चेहरे पर नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा है. हालांकि पार्टी की ये रणनीति सफल भी रही. दरअसल, बीजेपी ने राज्य में 23-0 विधानसभा सीटों में से 163 सीटों पर प्रचंड जीत हासिल की है. वहीं तमाम दावों और वादों के बावजूद कांग्रेस 66 सीटों पर सिमट गई.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, इस बार भाजपा 15 महीने के अंतराल को छोड़कर भारत में भाजपा के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले चौहान की जगह किसी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) नेता पर ध्यान केंद्रित कर सकती है. शिवराज चौहान मध्य प्रदेश में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री भी हैं.

ऐसी स्थिति में लोधी समुदाय से आने वाले प्रह्लाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हो सकते हैं. वो नरसिंहपुर विधानसभा सीट से चुने गए हैं और केंद्रीय मंत्री के पद से भी इस्तीफा दे चुके हैं. लोधी ओबीसी समुदाय का हिस्सा हैं.

प्रह्लाद पटेल शिवराज सिंह चौहान से की मुलाकात

दरअसल, मध्य प्रदेश में ओबीसी की आबादी 48 प्रतिशत से अधिक है. वहीं भाजपा नेतृत्व 2003 के बाद से राज्य में शीर्ष पद के लिए ओबीसी नेताओं के साथ गया है. इससे पहले उमा भारती को आगे बढ़ाया था जो कि एक लोधी हैं. एक साल बाद, पार्टी ने एक और ओबीसी, बाबूलाल गौर और फिर 2004 में चौहान पर अपना दांव लगाया. मुख्यमंत्री बनाए जाने के कयासों के बीच प्रह्लाद पटेल शुक्रवार को राज्य विधानसभा परिसर और मुख्यमंत्री निवास पहुंच कर चौहान से मुलाकात की.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, कैलाश विजयवर्गीय और भाजपा के राज्य प्रमुख वीडी शर्मा अन्य संभावित उम्मीदवारों में से हैं. नरेंद्र तोमर का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में है, जो दिमनी से चुने गए हैं और केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं.

चारों बड़े दिग्गज पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा पहले ही नई दिल्ली में गृह मंत्री और भाजपा के चाणक्य अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं. उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से भी मुलाकात की. इन नेताओं ने सार्वजनिक रूप से इस बात से इनकार किया है कि वे मुख्यमंत्री बनने की होड़ में हैं.

ये भी पढ़े: MP Election 2023 : सीधी को बड़ी जिम्मेदारी मिलने की आस, 2003 से अब तक नहीं बना कोई मंत्री

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Previous Article
MP News: एमपीईबी के जूनियर इंजीनियर ले रहा था एक लाख की रिश्वत, भ्रष्टों को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों दबोचा
सोमवार को खत्म होगा MP के अगले मुख्यमंत्री का सस्पेंस, इस नाम पर लग सकती मुहर!
Indian Railways New Advance ticket booking rules know the notification of railways
Next Article
Advance Ticket Booking: समय सीमा को किया गया 6 महीने से 2 महीने, तो लोगों ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
Close