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This Article is From Feb 06, 2024

घर में खाना नहीं, 28000 कहां से दे दूं साहब! बुजुर्ग मां को ठेले पर बिठाकर कलेक्टर पहुंचा बेटा

बुजुर्ग मां को अपने साथ लेकर पहुंचे युवक ने कहा कि उसे ऐसे नल के बिल का नोटिस थमा दिया गया है जो कभी उसने उपयोग ही नहीं किया. उसने बताया कि उसके भाई के नाम से आवंटित हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान का आवंटन होना है लेकिन उसके भाई की मृत्यु हो चुकी है इसलिए उसे नामांतरण की आवश्यकता है.

घर में खाना नहीं, 28000 कहां से दे दूं साहब! बुजुर्ग मां को ठेले पर बिठाकर कलेक्टर पहुंचा बेटा
मां को ठेले पर बिठाकर कलेक्ट्रेट पहुंचा बेटा

Shivpuri News: शिवपुरी जिला कलेक्ट्रेट (Shivpuri District Collectorate) में होने वाली मंगलवार की जनसुनवाई में एक 35 साल का बेटा अपनी 90 साल की बुजुर्ग मां को ठेले में बिठाकर लाया और उसने कलेक्टर से नगर पालिका से नामांतरण नहीं होने और बिना पानी पिए ही नगर पालिका की ओर थमा दिया गया भारी भरकम बिल माफ करने की गुहार लगाई. 

जिला कलेक्टर ने आवेदन लेकर जांच के निर्देश दिए हैं. दरअसल बुजुर्ग महिला के एक बेटे के नाम पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान आवंटित हुआ था लेकिन उसकी मृत्यु के बाद अब वह अपने दूसरे बेटे के नाम पर प्रधानमंत्री आवास के मकान का नामांतरण करवाना चाहती है जिसकी फरियाद लेकर वह अपने बेटे के साथ हाथ ठेले पर बैठकर मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंची.

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क्या है पूरा मामला?

बुजुर्ग मां को अपने साथ लेकर पहुंचे युवक ने कहा कि उसे ऐसे नल के बिल का नोटिस थमा दिया गया है जो कभी उसने उपयोग ही नहीं किया. उसने बताया कि उसके भाई के नाम से आवंटित हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान का आवंटन होना है लेकिन उसके भाई की मृत्यु हो चुकी है इसलिए उसे नामांतरण की आवश्यकता है. जब उसने नामांतरण के लिए नगर पालिका से संपर्क किया तो नगर पालिका ने उसे नल के बकाया बिल का भारी भरकम नोटिस थमा दिया.

बिना पानी इस्तेमाल किए थमा दिया 28000 का बिल

शहर के वार्ड क्रमांक 19 में रहने वाली 90 साल की बुजुर्ग महिला राधाबाई अपने बेटे के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचीं. उन्होंने कलेक्टर को अपना आवेदन देते हुए कहा कि उसके पति की मृत्यु 2003 में हो गई थी. इसके बाद से वह अकेली अपने बच्चों के साथ एक कच्चे मकान में रह रही है. राधाबाई के 35 वर्षीय बेटे ने कहा कि हमने अपने जीवन में घर में नल से पानी आता हुआ कभी नहीं देखा. बावजूद इसके नगर पालिका ने हमें 28000 रुपए का नल का बकाया बिल थमा दिया है जिस वजह से हमारा नामांतरण नहीं हो पा रहा है.

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कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश

बूढ़ी मां के गरीब बेटे ने बताया कि उसके भाई के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक मकान आवंटित हुआ था लेकिन आवंटन के साथ ही उसके भाई की मृत्यु हो गई थी. अब वह मकान मेरे नाम से आवंटित होने के लिए नामांतरण की आवश्यकता है. इसीलिए जब हमने नगर पालिका से नामांतरण करने की गुहार की तो उन्होंने नल का बकाया बिल निकालकर हमे थमा दिया. जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत जिला कलेक्टर रविंद्र कुमार ने वृद्ध महिला और बेटे की फरियाद पर आवेदन लेते हुए जांच करने की बात कही है.

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