
Simhastha Ujjain 2028 : मध्य प्रदेश के उज्जैन में वर्ष 2028 में क्षिप्रा नदी प्रवाहमान रहेगी और घाट भी छोटे नहीं पड़ेंगे. इसके लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी. योजना को मूर्त रूप देने के लिए शनिवार को सीएम डॉ. मोहन यादव ने 29 किलोमीटर लंबे रिवर फ्रंट कॉरिडोर, बैराज और स्टॉप डेम का भूमि पूजन किया. इस दौरान सीएम ने कहा इस बार का सिंहस्थ अलग ही होगा.
सिंहस्थ में करोड़ों श्रद्धालु विशेष पर्वों पर क्षिप्रा नदी में नहाने के लिए आएंगे. इसलिए पर्याप्त घाट होना जरूरी है. नतीजतन प्रदेश सरकार शिप्रा नदी के किनारे 864 करोड़ रुपए की लागत से 29 किलोमीटर लंबा रिवर फ्रंट कॉरिडोर जैसे घाट बनाना मंजूर कर चुकी है.
वहीं, नदी को प्रवाह मान रखने के लिए करोड़ों रुपए लागत से स्टॉप 21 बैराज बनना है. दोनों कार्यों की शुरुआत के लिए शनिवार करीब 4 बजे अंगारेश्वर महादेव मंदिर के पास भव्य आयोजन किया गया. जिसमें सीएम डॉ. मोहन यादव ने भूमिपूजन किया.
24 घंटे में 5 करोड़ लोगों का होगा स्नान
अंगारेश्वर महादेव मंदिर के नजदीक हुए इस कार्यक्रम में सीएम यादव ने मंत्रोच्चार के साथ भूमिपूजन किया. इसके बाद मंच से कहां घाटों का भूमि पूजन पीएम नरेंद्र मोदी से वर्चुअल रूप से करवाना चाहते थे लेकिन पीएम मोदी ने धार्मिक नगरी में इस कार्य का खुद भूमि पूजन करने का कहा. सीएम ने कहा कि शिप्रा में पानी के लिए बरसात में सिलझेडी के तालाब में इकट्ठा कर जमा करेंगे. 29 km तक घाट बनने के बाद सिंहस्थ 5 में 24 घंटे में 5 करोड़ लोग नहान कर सकेंगे. वहीं, सिंहस्थ से पूर्व मैट्रो ट्रेन उज्जैन तक चलेगी. सभी विकास कार्यों के कारण इस बार का सिंहस्थ कुछ अलग ही होगा.
रेड स्टोन से चमकेंगे घाट
शिप्रा नदी पर नए घाट शनि मंदिर से शूरू होते हुए सिद्धवट मंदिर, भर्तृहरि गुफा, अंगारेश्वर मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, राम घाट, दत्त अखाड़ा, नृसिंह घाट, गुरुद्वारा घाट,भूखी माता, गौ घाट, प्रशांति धाम,त्रिवेणी संगम और कान्हा नदी के दोनों ओर बनाए जाएंगे।इन घाटों पर रेड स्टोन लगाए जाएंगे. हर घाट पर पर पूजा के लिए चबूतरे, आकर्षक लाइटिंग, चेंजिंग रूम, पीने के पानी की सुविधा और दिव्यांगों के लिए रैंप बनाए जाएंगे. घाट 5 मीटर चौड़ा होगा. करीब 3.5 मीटर चौड़ी सीढ़ियां और 6 मीटर चौड़ा प्लेटफार्म बनेगा.
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