Snowfall in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीधी (Sidhi) जिले में पिछले कई दिनों से मौसम (Madhya Pradesh Weather) बेहद खराब बना हुआ है. बारिश, तूफान और ओलावृष्टि (Snowfall) से किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. किसानों की खून-पसीने की कमाई पर मौसम की इस मार से हर किसान टूटा हुआ नजर आ रहा है. ऐसे में जिले के कलेक्टर साकेत मालवीय खुद प्रभावित फसलों का जायजा लेने खेत तक पहुंचे.
आसमान से गिरे तबाही के ओले
जिले के विभिन्न क्षेत्र जैसे, सीधी, सिहावल, रामपुर नैकिन, कुसमी और मझौली विकासखंड के तहत आने वाले गांव में खेतों में खड़ी फसल ओलावृष्टि और पानी से पूरी तरह से तबाह हो गई. सिहावल और सीधी क्षेत्र में बड़े साइज के ओले गिरने से काफी क्षति हुई है. इसके चलते अब इन इलाकों के किसान बहुत परेशान हैं. इस हालत का जायजा लेने के लिए जिला प्रशासन खेतों में पहुंच रहा है. हालांकि अभी नुकसान का अनुमान लगाना संभव नहीं हो पा रहा है.
राजस्व टीम के साथ खेतों में उतरे कलेक्टर
असमय बारिश और ओलावृष्टि की मार से बर्बाद हुई फसल का मुआयना करने के लिए जिला कलेक्टर साकेत मालवीय राजस्व टीम के साथ खेतों में उतर गए. उन्होंने मौके पर जाकर किसानों से बात की और राजस्व टीम को सर्वे करने के लिए निर्देश दिए.
नुकसान की सर्वे रिपोर्ट तैयार होगी
दो दिनों के भीतर बड़े साइज के ओले गिरने के कारण सब्जी और दलहन फसलों को सबसे ज्यादा क्षति हुई है. कलेक्टर के निर्देश पर विभिन्न विकासखंड में राजस्व टीम खेतों में पहुंचकर मौसम के इस मार से हुए नुकसान का सर्वे रिपोर्ट तैयार करने में जुट गई है.
घरों के नुकसान का भी सर्वे
कलेक्टर साकेत मालवीय ने जिले में गत दिनों से बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों के पशुधन नुकसान तथा घरों में हुए नुकसान का आंकलन करने के भी निर्देश दिए हैं. तेज तूफान के कारण कई मकान भी गिर गए है. कलेक्टर ने एक दिन के अंदर प्रारंभिक आंकलन कर और तीन दिन के अंदर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.
कलेक्टर ने लिया एक्शन
कलेक्टर मालवीय ने आज तहसील गोपद बनास के ग्राम तेगवा, सिरसी एवं बरंबाबा का भ्रमण कर असमय बारिश और ओलावृष्टि के कारण हुए फसल नुकसान का जायजा लिया. इस दौरान कलेक्टर ने किसान भाइयों से चर्चा भी की और आश्वस्त किया कि फसल नुकसान का पूरी पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता के साथ सर्वे कर आंकलन किया जाएगा.
प्रशासन के नियमानुसार किसानों को राहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी. कलेक्टर ने राजस्व विभाग, कृषि विभाग और पंचायत विभाग के अधिकारियों का संयुक्त दल गठित कर फसल नुकसान का आंकलन करने के निर्देश दिए हैं.
ईमानदारी से करें सर्वे कार्य
जिला कलेक्टर ने कहा कि पूरे मामले के सर्वे में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए. सर्वे पूरी ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ होगी और प्रत्येक प्रभावित किसान को राहत मिलेगी. इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि किसी भी किसान का खेत सर्वे से न छूटे. कलेक्टर ने ऐसे व्यक्तियों की जानकारी भी संकलित करने के निर्देश दिए हैं जिन्होंने जमीन किराए पर लेकर वास्तविक रूप से किसानी का कार्य किया है.