
Shivpuri 5 year old Girl Rape: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के दिनारा थाना क्षेत्र के एक गांव से 5 साल की बच्ची की चीख ने एक बार फिर देश को झकझोर कर रख दिया है. 22 फरवरी को एक 17 साल के पड़ोसी ने 5 साल की बच्ची को दीवार पर पटका, काटा और उसका रेप किया. इस घटना के बाद से 5 साल की मासूम बच्ची ग्वालियर के कमला राजा अस्पताल के आईसीयू में जिंदगी की जंग लड़ रही है. वहीं डॉक्टर का कहना है कि अगले 48 घंटे बच्ची के लिए काफी अहम है.
प्राइवेट पार्ट्स पर लगाए गए 28 टांके
बच्ची का इलाज ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल में चल रहा है, लेकिन उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है. बता दें कि जब मासूम को यहां लाई गई थी तो उसकी जान बचाना चुनौती था. चार दिन पहले दो घंटे चले ऑपरेशन के बाद उसके प्राइवेट पार्ट्स पर 28 टांके लगाए गए हैं.
चेहरे और प्राइवेट पार्ट्स पर 10 से ज्यादा घाव
बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि उसके लिए 48 घंटे बहुत अहम है, क्योंकि उसके शरीर पर कई ऐसे गंभीर घाव हैं जिनसे उसे रिकवर होने में वक्त लगेगा. चिकित्सकों के मुताबिक, चेहरे और प्राइवेट पार्ट पर 10 से ज्यादा ऐसे गंभीर घाव हैं जो उसके लिए चिंता का कारण बना हुआ है. प्राइवेट पार्ट पर 28 टांके लगाए गए हैं. कृत्रिम मलद्वार बनाया गया, लेकिन फिर भी मासूम बच्ची अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है.
होश में आते ही तड़पने लगती है मासूम
बताया गया है कि ज्यादातर बच्ची बेहोश रहती है, लेकिन जब भी उसे होश आता है तो अपनी मां की तरफ देखकर रोने लगती है. मां की तकलीफ देखी नहीं जाती. पिता से बेटी की हालत देखी नहीं जा रही है. वो तो हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे कि अपनी बेटी को आईसीयू में जाकर देख सके.
मासूम के लिए 48 घंटे क्यों अहम?
बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि परमात्मा की कृपा से बच्ची के इलाज में हम कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. बच्ची को मौत के मुंह से तो निकाल लाए हैं. 2 घंटे का उसका ऑपरेशन सफल भी रहा है, लेकिन उसके लिए 48 घंटे बहुत अहम है, क्योंकि उसकी हालत अभी भी स्थिर बनी हुई है. हमारे लिए सबसे ज्यादा चिंता का विषय है उसके प्राइवेट पार्ट पर गंभीर घाव. फिलहाल वो रिकवर कब तक हो पाएगी कुछ भी कहा नहीं जा सकता.
'मुझसे मेरी बेटी का दर्द देखा नहीं जाता साहब...'
मासूम की मां 24 घंटे उसके पास ही है. बेटी की तकलीफ देखकर उसकी आंखें सूखने लगी है. वो कहती है कि ज्यादातर बेहोश में रहने वाली मेरी बेटी जब भी होश में आती है तो तड़पने लगती है. मुझसे उसकी तड़प देखी नहीं जाती साहब. इस बीच बच्ची की मां ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से गुहार लगाते हुए कहा कि उस दरिंदे ने मेरी बेटी की जिंदगी खराब कर दी है, उसे जिंदा मत छोड़ना.
सूने मकान में लहूलुहान अवस्था में बेहोश पड़ी थी बच्ची
घटना शनिवार, 22 फरवरी की दोपहर 1 बजे की बताई जा रही है. मासूम बच्ची के साथ इस हैवानियत का आरोप उसी के गांव में एक पड़ोसी पर है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी का उम्र 16-17 साल है. फिलहाल पुलिस इस मामले की इस जांच कर रही है.
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