CMHO Office Protest: सतना जिले में तैनात एएनएम प्रीति अवस्थी ने सोमवार को धवारी स्थित सीएमएचओ कार्यालय के बाहर जमीन पर लेटकर विरोध दर्ज कराया. तीन महीनों से वेतन नहीं मिलने के कारण वे इतनी आर्थिक तंगी में हैं कि अब घर जाने के लिए भी पैसे नहीं बचे. उन्होंने कहा कि 'अब थक चुकी हूं, इसलिए मजबूर होकर दफ्तर के बाहर ही सो गई हूं.'
वेतन न मिलने से घर का चूल्हा तक ठंडा
प्रीति अवस्थी ने भावुक होकर बताया कि न वे राशन खरीद पा रही हैं और न ही बच्चों की फीस जमा कर पा रही हैं. उनका कहना है कि 'घर में अनाज तक नहीं है, स्कूल की फीस पेंडिंग है और यहां तक कि वापस घर लौटने का किराया भी नहीं बचा.' वे कई बार अपनी समस्या अधिकारियों तक ले गईं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला, समाधान नहीं.
50 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी को नहीं मिला वेतन
सूत्रों का कहना है कि केवल प्रीति ही नहीं, बल्कि जिले की करीब 50 से अधिक एएनएम और स्वास्थ्यकर्मी महीनों से वेतन का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन ज्यादातर कर्मचारी विभागीय कार्रवाई या प्रताड़ना के डर से खुलकर सामने नहीं आ पा रहे. यह स्थिति कर्मचारियों के मनोबल पर भी गहरी चोट पहुंचा रही है.
ये भी पढ़ें- अब नहीं बच पाएंगे मिलावटखोर! इंदौर में सीएम मोहन यादव ने शुरू की हाईटेक फूड एंड ड्रग लैब
सरकार के दावे और ज़मीनी हकीकत में फर्क
एक ओर सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत बनाने के वादे कर रही है, वहीं दूसरी ओर जमीनी स्तर पर मेहनत करने वाले कर्मचारियों को उनकी तनख्वाह तक समय पर नहीं मिल रही. यह मामला सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है और अब अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं.
ये भी पढ़ें- राहगीरों को पीटकर ये चार बदमाश बनाते थे वीडियो, अब पुलिस ने गिरफ्तार कर निकाला जुलूस