
सतना की जिला जेल में रक्षाबंधन मनाया गया है. कोरोना के बाद पहली बार सतना जेल में कैदियों से मुलाकात की अनुमति दी गई. इतने दिनों के बाद मिली अनुमति और रक्षाबंधन के त्योहार की वजह से परिजनों की भीड़ देखने को मिली.
करीब 6 हजार बहनों ने कराया रजिस्ट्रेशन
इस त्योहार को जेल में मनाने के लिए करीब 6 हजार बहनों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था. इसके बाद काफी दूर-दूर से बहनें राखी बांधने के लिए यहां आईं और राखी बांधकर अपने भाईयों से कभी अपराध ना करने का वचन लिया. इस दौरान यहां उपस्थित लोग भावुक हो गए.

सतना जिला जेल में करीब 6 हजार लोगों ने अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधी. इस दौरान जेल प्रशासन ने सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए थे
सुरक्षा व्यवस्था थी बिल्कुल चाक चौबंद
बहनों की एंट्री के लिए जेल प्रशासन ने जांच की भी पूरी व्यवस्था की थी, जिससे किसी को भी कोई नुकसान ना हो. केंद्रीय जेल अधीक्षक लीना कोष्ठा ने बताया कि तीन साल बाद बहनों को जेल के अंदर प्रवेश की अनुमति शासन स्तर से मिली है,
जिसके बाद सभी बहनें उत्साहपूर्वक केन्द्रीय कारागार पहुंची.
एंट्री से पहले कराया रजिस्ट्रेशन
एंट्री से पहले सभी का रजिस्ट्रेशन कराया गया और उनके भाईयों से मुलाकात कराई गई. इस बार मिठाई और राखी की दुकानें भी अंदर लगवाई गई थीं ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो. बहनों से जब पूछा गया कि आपने अपने भाई से क्या वचन लिया तो अधिकांश का यही कहना था कि वे चाहती हैं कि उनके भाई अपराध का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ें.
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