Crops destroyed due to sudden rain and hail: इन दिनों मध्य प्रदेश में बदले मौसम की मार किसानों को सबसे ज्यादा झेलनी पड़ रही है. रीवा (Rewa) जिले में दो दिनों से हो रही बारिष और ओले गिरने का नुक्सान सबसे ज्यादा किसानों को झेलना पड़ा है. यहां कई इलाकों में फसलें तबाह हो गई हैं. ऐसे में किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
फसलों को भारी नुकसान हुआ है
रीवा जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश बॉर्डर के पास त्योंथर तहसील में महोली, तुर्कागोदर सहित अन्य गांवों में बुधवार की सुबह ओले के साथ झमाझम बारिश हुई. इस तेज बारिश की वजह से इलाके में फसलों को भारी नुकसान हुआ है . इससे किसानों की चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई है. बता दें कि इस इलाके में दो दिनों से मौसम खराब चल रहा है. मंगलवार को यहां मामूली रूप से ओले गिरे थे, लेकिन बुधवार सुबह भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. तेज बारिश और ओलावृष्टि की वजह से उन फसलों को भारी नुकसान हुआ है जिसमें फूल आ रहे थे. इनमें राई, मसूर, सरसो, चना सहित उन किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है. इसके अलावा सब्जी की फसल भी बर्बाद हुई है. ओलावृष्टि की वजह से किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है. किसान अपनी फसल को देख कर खुश थे, अब निराश नजर आ रहे हैं.
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सर्वे की मांग
इधर, मौसम के बदले मिजाज के कारण फसलों को हुए नुकसान के बाद अब सर्वे कराने की मांग की जा रही है. क्षेत्र के किसानों का कहना है कि अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि से भारी नुकसान झेलना पड़ा है. इलाके का सर्वे कर मुआवजा प्रदान किया जाए. इधर, मौसम विभाग की मानें तो इस ओलावृष्टि की वजह से दलहनी फसलों को भारी नुकसान हो सकता है. मुख्य रूप से दलहनी फसल अरहर, चना, मटर, मसूर, जिसमें फूल आने लगे थे. इसी के साथ तिलहन फसल अलसी सरसों को भी नुकसान की आशंका जताई जा रही है.
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