![Rewa Borewell Accident: NDRF ने गलत दिशा में की खुदाई, 30 घंटे बाद बाद भी मयंक तक रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पाई Rewa Borewell Accident: NDRF ने गलत दिशा में की खुदाई, 30 घंटे बाद बाद भी मयंक तक रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पाई](https://c.ndtvimg.com/2024-04/e6l43qvg_mp-boy-borewell-rewa_625x300_12_April_24.jpeg?downsize=773:435)
Borewell Accident News: शुक्रवार को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) के एक गांव में 6 साल का मासूम बोरवेल (Borewell) के गड्ढे में गिर गया था. बच्चे को निकालने के लिए पिछले 30 घंटे से बचाव कार्य (Rescue Operation in Rewa) चल रहा है, लेकिन प्रशासन के हाथ अभी भी खाली है. रविवार की रात पूरे मामले में नए एलाइनमेंट के साथ नए सिरे से काम शुरू हुआ. जानकारी के अनुसार, एनडीआरएफ (NDRF) के द्वारा खोदा गया गड्ढा गलत डायरेक्शन में निकला. फिलहाल परिजनों को जानकारी देने के लिए प्रशासन के पास कुछ भी नहीं है.
ऐसे हुआ था हादसा
रीवा जिले के मनिका गांव में शुक्रवार को छह साल का मासूम मयंक खेत में खेलते समय बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था. लोगों ने इसके बाद तुरंत प्रशासन को इसकी सूचना दी थी. टीम मौके पर पहुंची और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान शुरू किया. लेकिन, पूरी रात और पूरे दिन लगे रहने के बाद भी वह बच्चे को बचाना तो दूर, उसे ढूंढ भी नहीं पाए. बताया जा रहा है कि इलाके में बेसौसम बारिश होने के कारण मुसीबतें और बढ़ गई हैं.
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नए सिरे से शुरू हुआ अभियान
ताजा जानकारी के अनुसार, एनडीआरएफ की टीम ने गलत दिशा में खुदाई कर दी थी. इसलिए अब पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत नए सिरे से और नए तरीके से की जाएगी. बता दें कि जिस बोरवेल में मयंक गिरा है उसकी गहराई लगभग 40 फूट है. कई लोगों का मानना है कि बच्चा अब तक बचा नहीं होगा. तो वहीं मयंक के परिवार की आंखों में उम्मीद अभी भी बची हुई है.
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