Ram Mandir News : जहां एक ओर अयोध्या के राम मंदिर (Shri Ram Janmabhoomi Mandir) में प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Consecration Ceremony) को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रहीं हैं. वहीं राम मंदिर और रामलला की मूर्ति (Idol of Ram Lalla) को लेकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं. कोई इसे धार्मिक के बजाय राजनीतिक कार्यक्रम बता रहा है तो कोई पूछ रहा है कि आखिर नई मूर्ति की जरूरत क्यों पड़ी?
पहले देखिए दिग्विजय सिंह ने क्या कहा?
#WATCH | On Ayodhya Ram temple, Congress leader Digvijaya Singh says, "I don't need an invitation. Lord Ram is in our hearts... Where is the idol of Ram Lalla over which the conflict happened? Why has the old idol not been consecrated? Where is the new idol coming from, and what… pic.twitter.com/EfmKnUHW1I
— ANI (@ANI) January 3, 2024
मध्य प्रदेश के इंदौर में अयोध्या राम मंदिर पर बात करते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "जिस राम लला की मूर्ति पर सारा झगड़ा हुआ, वो मूर्ति कहां है? वो मूर्ति स्थापित क्यों नहीं हुई? नई मूर्ति की आवश्यकता क्यों पड़ी?"
कर्नाटक में कांग्रेस के एमएलसी ने यह कहा
राम मंदिर के उद्घाटन पर कर्नाटक कांग्रेस एमएलसी बी.के. हरिप्रसाद ने कहा है कि "किसी भी सरकार का मौलिक कर्तव्य अपने लोगों के जीवन और संपत्ति की रक्षा करना है. जब आप भाजपा का इतिहास देखेंगे तो पाएंगे कि गोदरा, पुलवामा और भी बहुत कुछ हुआ था. उपद्रव हुए और लोगों की जान गई. भाजपा आदतन अपराधी है और भाजपा कुछ भी कर सकती है. अयोध्या में यह कोई धार्मिक कार्यक्रम नहीं बल्कि राजनीतिक कार्यक्रम है.
तीनों मूर्ति जरूरी थी : राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य
भगवान रामलला की मूर्ति के मुद्दे पर राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा, "रामलला की तीनों मूर्ति बनकर तैयार है, मंदिर में तीनों मूर्ति का प्रयोग होगा. इसमें किसी प्रकार की कोई प्रतियोगिता नहीं थी. तीनों मूर्ति जरूरी थी, तीन जगहों पर मूर्ति की स्थापना होगी. इसी को ध्यान में रखकर तीनों मूर्तियों को बनाया गया है."
आस-पास मंदिर में एकत्र हों : चंपत राय
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि "15 जनवरी को हमारे कार्यकर्ता अयोध्या से रामलला के सम्मुख पूजित किए हुए अक्षत के 4 दाने समाज के व्यक्तियों और परिवारों को देकर निवेदन करेंगे कि वे अपने पड़ोस के मंदिर में एकत्र हों और वैसा ही आनंद उत्सव मनाएं जैसा राम मंदिर में हो रहा है."
कुंठा दिखाने की जरूरत नहीं : धर्मेंद्र प्रधान
राम मंदिर पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि "किसी को कुंठा दिखाने की जरूरत नहीं है. सभी को (विपक्ष) निमंत्रण गया है. सभी को आना चाहिए. जो नहीं जा रहे हैं उन्हें हनुमान भगवान ले आएंगे."
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