Sarkari School Admission: कुछ दिन पहले NDTV ने आपको बताया था कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के साढ़े पांच हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों (Government school) में इस साल पहली क्लास में एक भी बच्चे ने दाखिला नहीं लिया है. वहीं 25 हजार स्कूल ऐसे हैं जहां सिर्फ एक या दो बच्चों (School Students) ने ही पहली कक्षा में नामांकन (Enrolment) कराया है. अब राज्य शिक्षा केन्द्र (Rajya Shiksha Kendra Madhya Pradesh) ने जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि पिछले वर्ष के मुकाबले विद्यार्थियों के नामांकन में आई गिरावट का विश्लेषण करें. आगे कहा गया है कि स्टूडेंट प्रोग्रेशन का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है. इस प्रोग्रेशन की प्रोसेस में स्कूल के शिक्षकों (School Teachers) द्वारा बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को शाला से अनमैप्ड करके ड्रॉपबॉक्स में भेज दिया गया है, इस वजह से विद्यार्थियों के नामांकन में गिरावट देखने को आ रही है. पत्र में कहा गया है कि शाला में अनमैप्ड स्टूडेंट की स्कूलवार और स्टूडेंटवार जानकारी जिले के पास उपलब्ध है. इस कार्य की स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा भी समीक्षा की जा रही है.
क्या कहते हैं आंकड़े?
साप्ताहिक समीक्षा
एमपी के हर जिले में शाला से अनमैप्ड स्टूडेंट को उसकी अध्ययनरत शाला में उसकी पात्रतानुसार कक्षा में मैप किया जाना है. यह कार्य 31 अक्टूबर 2024 तक अनिवार्य रूप से पूरा किया जाए. निर्देश में कहा गया है कि मैपिंग की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा सुनिश्चित की जाए. ब्लॉक लेवल और जनशिक्षा केन्द्र स्तर से भी अनमैप्ड स्टूडेंट की मैपिंग का लक्ष्य दिया जाए. इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी और डिस्ट्रिक प्रोजेक्ट को-ऑर्डीनेटर की जिम्मेदारी तय करने के लिए भी कलेक्टर्स को कहा गया है.
ड्रॉपबॉक्स स्टूडेंट
ड्रॉपबॉक्स एक ऐसा ऑनलाइन बॉक्स जो सभी की पहुंच होता है, जिसमें देशभर में स्कूल से अनमैप्ड स्टूडेंट्स की जानकारी होती है. देशभर में ऐसे स्टूडेंट्स को खोजने के लिये ऑनलाइन सुविधा है, जिससे शाला से अनमैप्ड स्टूडेंट को ट्रैक कर स्कूल में दर्ज किया जा सके. ड्रॉपबॉक्स स्टूडेंट वे स्टूडेंट होते हैं जो विगत सत्र में किसी स्कूल में दर्ज थे, किन्तु वर्तमान सत्र में किसी भी स्कूल में दर्ज के रूप में दिखाई नहीं दे रहे हैं. सामान्यत: स्कूल शिक्षक स्टूडेंट्स के प्रोग्रेशन के दौरान स्टूडेंट की जानकारी नहीं मिलने की स्थिति में बिना जांच-पड़ताल किये स्टूडेंट को ड्रॉपबॉक्स में भेज देते हैं.
यह भी पढ़ें : MP Education System: बिन शिक्षक सब सून, 46 जिलों की 1275 स्कूलों में शिक्षक शून्य, कैसे पढ़ेंगे नौनिहाल?
यह भी पढ़ें : CM Rise School: IIM-IIT में ट्रेनिंग, 100% रिजल्ट, अनूपपुर के जनजातीय स्कूल का स्टडी मॉडल बना मिसाल
यह भी पढ़ें : Good News: दीपावली और छठ में टिकट के लिए हैं परेशान, 10 हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेन चलाने का हुआ ऐलान
यह भी पढ़ें : 6G Technology: दूरसंचार मंत्री सिंधिया ने कहा- टेलीकॉम सुपरपावर बनेगा भारत, 6जी हमारा भविष्य है