Rajya Sabha Elections in MP: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) से राज्यसभा की 12 खाली सीटों के लिए 3 सितंबर को चुनाव होना है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के लोकसभा सदस्य (Lok Sabha Member) चुने जाने से खाली हुई राज्यसभा सीट (Rajya Sabha Seat) से कौन सांसद बनेगा ये भी 3 सितंबर को पता लगेगा. हालांकि इस एक सीट के लिये कई दावेदार मैदान में हैं . BJP के कई वरिष्ठ नेताओं के नाम की चर्चा तेज हो चुकी है.
सिंधिया थे राज्यसभा सदस्य
ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा जाने के बाद राज्यसभा की खाली हुई एक सीट के लिए बीजेपी के नेताओं ने तैयारी शुरू कर दी है. विधानसभा में संख्या बल के मुताबिक यह सीट भारतीय जनता पार्टी के खाते में जाना तय हैं. ऐसे में यहां हालात एक अनार सौ बीमार वाली है. चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इस बार एमपी में बीजेपी किसे राज्यसभा भेजगी.
इन दावेदारों पर सबकी निगाहें
दावेदारों की इस फेहरिस्त में सबसे पहला नाम बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा है, जिन्होंने ऑपरेशन लोटस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. दूसरा नाम पूर्व सांसद जयभान सिंह पवैया का चर्चा में है. पवैया महाराष्ट्र बीजेपी के यह सह प्रभारी है. विंध्य में अच्छी पकड़ रखने वाले भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कांति देव सिंह का नाम भी बहुत चर्चा में है. इसके साथ ही विदिशा से पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव और कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है.
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इस वरिष्ठ नाम पर भी नजरें
अगर अदला-बदली होती है, तो गुना के पूर्व सांसद केपी यादव राज्यसभा जा सकते हैं. जिन्होंने पिछले चुनावों में सिंधिया को शिकस्त दी थी. लेकिन, इस बार टिकट कट गया. केपी यादव का नाम चर्चा में एक और वजह से है. राज्यसभा उपचुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही कांग्रेस बीजेपी पर तंज कसती हुई नजर आ रही है और बीजेपी के अपने दावे हैं. बीजेपी पहले अपने उम्मीदवारों के नाम से चौंका चुकी है, लेकिन इस बार फैसला थोड़ा मुश्किल है.
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