ग्वालियर: मध्य प्रदेश में ग्वालियर के एक दिवसीय दौरे पर आईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा को शुक्रवार को पड़ोसी राज्य राजस्थान से आई कुछ महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा. ये महिलाएं पोस्टर लिए हुई थीं जिनमें लिखा था कि राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
यह घटना उस वक्त हुई, जब वाद्रा यहां झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करके पार्टी द्वारा कुछ दूरी पर मेला मैदान में आयोजित जन आक्रोश रैली में शामिल होने के लिए अपने वाहन में बैठ रहीं थी. इस दौरान इन महिलाओं ने कांग्रेस और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के विरोध में नारे भी लगाए. हालांकि, पुलिस बल ने इन महिलाओं को वाद्रा के पास नहीं पहुंचने दिया और वाद्रा मेला मैदान रैली को संबोधित करने चली गई.
राजस्थान के भरतपुर से आई निर्मला ने बताया, ‘‘प्रियंका गांधी को महिलाओं पर अत्याचार देखने के लिए राजस्थान भी आना चाहिए. वहां महिलाओं की खराब स्थिति के बारे में बताने के लिए हमें यहां आकर विरोध प्रदर्शन करना पड़ा.''
प्रदर्शन कर रही एक अन्य महिला रितु बनावत ने कहा, ‘‘ ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं', कहना आसान है. प्रियंका राजस्थान में आकर देखें कि महिलाओं पर कितना अत्याचार हो रहा है. अखबार के हर पेज पर महिला अत्याचार की खबर होती है, लेकिन प्रियंका गांधी ने इस पर चुप्पी साध रखी है.''
राजस्थान की महिलाओं के प्रदर्शन के बारे में ग्वालियर में कांग्रेस के प्रवक्ता धर्मेन्द्र शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘यह प्रदर्शन पूरी तरह भाजपा प्रायोजित था. ग्वालियर में प्रियंका गांधी की जनसभा और उसमें आए लाखों लोगों को देखकर भाजपा नेता घबरा गए हैं. उन्हें लगने लगा है कि उनकी जमीन खिसक रही है. इसलिए उन्होंने प्रदर्शन करने के लिए महिलाओं को आगे कर दिया.''
वहीं, इस मामले में भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख आशीष अग्रवाल ने कहा, ‘‘राजस्थान में कुछ दिन पहले महिलाओं ने अत्याचार के खिलाफ आक्रोश आंदोलन किया था. करौली में दलित महिला के साथ क्या हुआ था, सबको मालूम है. क्या ये घटनाएं भाजपा प्रायोजित हैं.''
उन्होंने कहा कि वाद्रा इन मुद्दों पर राजस्थान नहीं गईं. अपनी नाकामी छिपाने के लिए कांग्रेस इस प्रदर्शन को भाजपा प्रायोजित बता रहे हैं, जो उनकी नाकामी है.