Raisen Rape Case: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ जघन्य दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी सलमान को घटना के 144 घंटे बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी को भोपाल के गांधीनगर इलाके से पकड़ा, जिसके बाद उसे गौहरगंज ले जाते समय कथित तौर पर उसने सब इंस्पेक्टर की पिस्तौल छीनकर फायरिंग कर दी. पुलिस को आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी है. 23 साल के आरोपी सलमान को घायल अवस्था में भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. वहीं, पीड़ित बच्ची का इलाज भी भोपाल के बड़े सरकारी अस्पताल के आईसीयू में चल रहा है, जिसकी हालत स्थिर बनी हुई है, लेकिन उसके शरीर पर कई गहरे जख्म हैं जिन्हें भरने में छह महीने का वक्त लग सकता है. कैसे पकड़ा गया गौहरगंज का हैवान...इस रिपोर्ट में हम इसी की बात करेंगे लेकिन पहले जान लेते हैं MP में बच्चों के खिलाफ क्राइम के आंकड़े क्या कहते हैं.

कैसे हुआ 'शॉर्ट एनकाउंटर'?
एनडीटीवी के स्थानीय संपादक अनुराग द्वारी ने इस शॉर्ट एनकाउंटर में शामिल इंस्पेक्टर विजय त्रिपाठी से बात की, जिन्होंने रात की पूरी घटना बताई. स्पेक्टर विजय त्रिपाठी ने बताया कि रात में पुलिस की दो टीमें आरोपी सलमान को गांधीनगर से एक रिक्शा में लेकर जा रही थीं। "जैसे ही हम कीरतनगर के पास पहुंचे, आगे चल रही गाड़ी पंचर हो गई। गाड़ी रुकते ही पुलिस अधिकारी नीचे उतरे, उसी दौरान आरोपी भी नीचे उतर गया।"
हमने उसे चेतावनी दी, 'पिस्टल छोड़ दो, ऐसा मत करो' लेकिन वो नहीं माना." जब आरोपी ने दोबारा फायरिंग शुरू की, तब पुलिस को आत्मरक्षा में कार्रवाई करनी पड़ी। इंस्पेक्टर त्रिपाठी ने आगे बताया, "सबसे पहले हमने हवाई फायर किया, लेकिन वह फिर से फायर करने लगा. पुलिस को अपनी आत्मरक्षा का अधिकार है, इसलिए मजबूरी में हमें फायर करना पड़ा। हमारे द्वारा चार राउंड फायर हुए, जिनमें से एक गोली उसके पैर में लगी। वह घायल होकर गिर गया।" उन्होंने यह भी साफ किया कि उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं था और यह कार्रवाई पूरी तरह आरोपी की हरकतों के कारण की गई।
भोपाल से ऐसे पकड़ा गया सलमान
बच्ची से दुष्कर्म की घटना 21 नवंबर को हुई थी.आरोपी सलमान 2 दिनों से भोपाल के गांधी नगर इलाके में छिपकर घर ढूंढ रहा था. पुलिस की 11 टीमें और 300 से ज्यादा पुलिसवाले लगातार उसकी तलाश कर रहे थे. जब वह एक चाय की दुकान पर पहुंचा, जहां उसने कुछ सालों पहले काम किया था, तभी नई बस्ती के अब्दुल, रिजवान और आसिफ नाम के लड़कों को उस पर शक हुआ और उन्होंने स्थानीय पुलिसकर्मी को उसकी तस्वीर भेजी. इसके बाद उसी चाय की दुकान से सलमान को दबोच लिया गया. बता दें कि आरोपी सलमान, जो क्रशर में चौकीदार का काम करता था, वह मोबाइल चोरी के एक मामले में सीहोर जिले के शाहगंज थाने का स्थायी वारंटी भी है.
जनता भड़की, CM ने की कार्रवाई
घटना के बाद बीते 6 दिनों तक रायसेन में तनाव बना रहा. नाराज लोगों ने सड़क जाम की, थाने का घेराव किया और पथराव भी हुआ. मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने घटना पर नाराजगी व्यक्त की और खुद पुलिस हेडक्वॉर्टर पहुंचकर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया. मामले में तत्काल एसपी (पुलिस अधीक्षक) को हटा दिया गया और थाना प्रभारी (टीआई) को निलंबित कर दिया गया.मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्रवाई पर कहा, "एक अबोध बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ लेकिन जैसा मैंने कहा था हमारी पुलिस छोड़ने वाली नहीं है. भागते हुए शॉर्ट एनकाउंटर करते पकड़ा है. हमारी पकड़ से कोई भाग नहीं सकता... कोई कानून हाथ में लेगा तो हम उसको छोड़ने वाले नहीं हैं."
ये भी पढ़ें: राजा रघुवंशी हत्याकांड: 'उसके चेहरे पर शिकन तक नहीं थी...' राजा के भाई ने कोर्ट में किया बड़ा खुलासा