Chhatarpur News: छतरपुर (Chhatarpur) जिले स्थित नौगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव (Delivery) के बाद प्रसूता की मौत का मामला सामने आया है. हैरान कर देने वाले इस मामले में प्रसूता महिला की डिलीवरी शासकीय डॉक्टर की अनुपस्थिति में नर्सों (Nurses) ने ही करा दी. इतना ही नहीं बल्कि प्रसूता के परिजनों से पैसे भी ले लिए और कुछ देर बाद ही प्रसूता की संदिग्ध मौत हो गई.
महिला से जन्मा बच्चा सकुशल है लेकिन 3 घंटों के इस घटनाक्रम में डॉक्टर पूरी तरह से गायब रहे. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नौगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूताओं का प्रसव भगवान भरोसे हो रहा है. शनिवार सुबह लुगासी अंतर्गत ग्राम दोनी की 20 साल की प्रसूता प्रसव के लिए नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची. यहां मौजूद नर्सिंग ऑफिसर ने ही उसकी डिलीवरी कर दी और कुछ घंटे बाद ही महिला की मौत हो गई.
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गठित की गई जांच टीम
इसकी जानकारी लगते ही अनुविभागीय अधिकारी की ओर से आनन-फानन में जांच टीम गठित कर दी गई और जांच के आदेश जारी कर दिए गए. इसी के चलते मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार समूचे मामले की जांच कर रहे हैं. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि नौगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ महिला डॉक्टर प्रियंका चौहान अपने फोन से ही अस्पताल चलाती हैं और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से ही मरीज की मौत हुई है.
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परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
आरोप है कि प्रसूता ढाई घंटे मौत से लड़ती रही. उसका खून बहता रहा लेकिन उसे टांके नहीं लगाए गए. इस दौरान परिजन लगातार डॉक्टर की मांग करते रहे लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी. हेड नर्स ने परिजनों से 2000 रुपए की मांग की और 1000 रुपए एडवांस में लेकर महिला की डिलीवरी करवाई. आरोप है कि महिला डॉक्टर का अपना खुद का नर्सिंग होम है और वह हर महीने सैकड़ों डिलीवरी करती हैं.