Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कटनी जिले (Katni District) से बड़ी लापरवाही का मामला सामने आ रहा है. यहां के कलेक्ट्रेट में सैकड़ो फाइलों को आग के हवाले करते हुए नष्ट किया जा रहा है. बड़ी बात ये है कि इन फाईलों में 2019 नजूल का रिकॉर्ड भी दिख रहा है. इसी तरह से सैकड़ो फाइलें जलती हुई नजर आ रही है. क्या ये कोई बड़ी साजिश है?
नजर आ रही है कोई साजिश
इस तरह से सरकारी रिकॉर्ड को नष्ट करना किसी साजिश से इनकार नही किया जा सकता, क्योंकि जिस तरह से फाइलें जल रही हैं वह शहर की बेशकीमती नजूल के जमीन की फाइलें हैं, जिसमें किसी ना किसी का कब्जा है. इनमें से कुछ का नजूल विभाग में प्रकरण भी चल रहा हो सकता है. इन जलती हुई फाइलों में एक प्रकरण 2019 का भी दिखाई दिया, जिसमें नजूल अधिकारी के हस्ताक्षर भी दिखाई दे रहे हैं. यदि किसी भी दस्तावेजों को डिस्पोज करना है तो उसकी भी एक प्रक्रिया होती है जो इस तरह से जलाई नहीं जा सकती.
खुले में नहीं जलाई जा सकती कोई सामग्री
इस तरह से जल रही सैकड़ो फाइलों से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का भी उल्लंघन हो रहा है क्योंकि इस तरह से कोई भी सामग्री खुले में नहीं जलाई जा सकती है जिससे पर्यावरण प्रदूषित हो. एनडीटीवी संवाददाता ने मौके पर जाकर आग में जलती हुई फाइलों का जायजा लिया. यह सब हो रहा था कलेक्ट्रेट परिसर के पिछले हिस्से में, जहां फाइलों को खुलेआम जलाया जा रहा था. इस दौरान कोई भी आग सम्बंधित मामले पर बोलने के लिए सामने नहीं आया. जबकि गंभीर प्रकरणों की फाइलें आग में अपना अस्तित्व खो रही थी.
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